इस समझौते का मकसद देश के दूसरे और तीसरे श्रेणी के शहरों के साथ-साथ ग्रामीण भारत में उद्यमिता को मजबूती देना है। ‘भारत परियोजना’ के अंतर्गत यह साझेदारी एआई-संचालित टूल्स, वेंचर लॉन्चपैड, और स्थानीय भाषाओं में सफलता की कहानियों के ज़रिए 10 लाख उद्यमियों को सशक्त बनाने का लक्ष्य रखती है।
नवाचार और तकनीक का होगा समावेश
इस साझेदारी के माध्यम से भारत के स्टार्टअप और प्रौद्योगिकी इकोसिस्टम को एक नई दिशा दी जाएगी। इस पहल के तहत देशभर में इनोवेशन शोकेस, संस्थापक-निवेशक नेटवर्किंग, तथा एआई, जेनरेटिव एआई, डेटा और ब्लॉकचेन जैसे उभरते क्षेत्रों में मार्गदर्शन और संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
जमीनी स्तर की प्रतिभाओं को मिलेगा मंच
समझौते पर हस्ताक्षर के अवसर पर डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव श्री संजीव सिंह ने कहा कि, "भारत में समावेशी विकास के लिए उद्यमिता को गांवों और छोटे शहरों तक ले जाना आवश्यक है। यह साझेदारी नेटवर्क, ज्ञान और सफलता की कहानियों तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करेगी।"
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस तरह के प्रयास देश को वैश्विक नवाचार केंद्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
इस मौके पर डीपीआईआईटी के उप सचिव श्री राजेश कुमार और योर स्टोरी की संस्थापक एवं सीईओ सुश्री श्रद्धा शर्मा की उपस्थिति में औपचारिक रूप से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। दोनों पक्षों के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।