मंदिर में भव्य स्वागत और दीपाराधना समारोह
कैरिबियाई प्रतियोगियों का यदाद्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में पारंपरिक तेलंगाना शैली में भव्य स्वागत किया गया। मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही उन्होंने दीपाराधना समारोह में भाग लिया, जो एक पवित्र दीप प्रज्वलन की रस्म है। यह अनुष्ठान अंधकार को दूर करने और ज्ञान, समृद्धि व आध्यात्मिकता के प्रकाश को प्रज्वलित करने का प्रतीक है। मंदिर के पुजारियों ने प्रतियोगियों को इस अनुष्ठान की महत्ता समझाई और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनका मार्गदर्शन किया। मंदिर में तेलंगाना की पारंपरिक कला और भक्ति संगीत के प्रदर्शन ने माहौल को और भी दिव्य बना दिया।
मिस वर्ल्ड संगठन की अध्यक्ष और सीईओ जूलिया मॉर्ले सीबीई ने इस अवसर पर कहा, "यदाद्री का यह दौरा हमारे प्रतियोगियों को भारत की आध्यात्मिक विरासत की एक झलक प्रदान करता है। स्थानीय परंपराओं में भाग लेने से उनकी सांस्कृतिक समझ बढ़ती है और वैश्विक एकता को बढ़ावा मिलता है।" उन्होंने इस दौरे को मिस वर्ल्ड के ब्यूटी विद ए पर्पस मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया, जो सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक शांति को प्रोत्साहित करता है।
मंदिर का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व
प्रतियोगियों ने मंदिर प्रबंधन के मार्गदर्शन में यदाद्री लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर के परिसर का विस्तृत भ्रमण किया। इस दौरान उन्हें मंदिर के ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और वास्तुशिल्पीय महत्व के बारे में बताया गया। यदाद्री मंदिर, जिसे यदagirigutta के नाम से भी जाना जाता है, भगवान नरसिम्हा और उनकी पत्नी लक्ष्मी को समर्पित है। यह मंदिर अपनी प्राचीन मूर्तियों, अलंकृत गर्भगृह और हाल के जीर्णोद्धार के बाद बढ़ी भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। मंदिर की वास्तुकला द्रविड़ और काकतीय शैलियों का मिश्रण है, जो दक्षिण भारत की समृद्ध विरासत को दर्शाती है।
प्रतियोगियों ने मंदिर की प्राचीन कथाओं, जैसे भगवान नरसिम्हा के अवतार और प्रह्लाद की भक्ति, के बारे में जाना। मंदिर के पुजारियों ने उन्हें बताया कि यदाद्री में भगवान नरसिम्हा की स्वयंभू मूर्ति भक्तों के लिए विशेष आशीर्वाद का स्रोत है। प्रतियोगियों ने इस दौरान मंदिर की शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।
दर्शन, पूजा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
मंदिर भ्रमण के बाद, कैरिबियाई प्रतियोगियों ने भगवान लक्ष्मी नरसिम्हा का विशेष दर्शन किया और पूजा समारोह में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने मंदिर के पुजारियों के साथ वैदिक रीति-रिवाजों में हिस्सा लिया और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। पूजा के बाद, प्रतियोगियों को तेलंगाना की पारंपरिक लोक कला कोलट्टम (लाठी नृत्य) में शामिल होने का अवसर मिला, जिसमें उन्होंने स्थानीय महिलाओं के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अनुभव ने उन्हें तेलंगाना की जीवंत लोक संस्कृति से जोड़ा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया।
प्रतियोगियों ने मंदिर परिसर में स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प और पारंपरिक वस्तुओं को भी देखा। मंदिर प्रबंधन ने उन्हें तेलंगाना की प्रसिद्ध पोचमपल्ली साड़ियों और नारायणपेट हैंडलूम के बारे में जानकारी दी, जो स्थानीय कला और शिल्प की उत्कृष्टता को दर्शाते हैं।
पारंपरिक परिधान और फोटो सत्र
कैरिबियाई प्रतियोगियों ने इस अवसर पर Myriti द्वारा डिज़ाइन किए गए खूबसूरत भारतीय परिधानों में मंदिर का दौरा किया। साड़ियों, लहंगों और पारंपरिक गहनों में सजी ये प्रतियोगी भारतीय संस्कृति के रंग में रंगी नजर आईं। मंदिर के प्रांगण में एक विशेष फोटो सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें मिस वर्ल्ड के आधिकारिक फोटोग्राफर Ricardo Siviero ने उनकी तस्वीरें खींचीं। ये तस्वीरें मंदिर की भव्यता, तेलंगाना की सांस्कृतिक समृद्धि और प्रतियोगियों की सुंदरता का एक अनूठा संगम दर्शाती हैं।
फोटो सत्र के दौरान, प्रतियोगियों ने मंदिर की पृष्ठभूमि में तेलंगाना की पारंपरिक कला और स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा देने वाले संदेशों के साथ पोज़ दिए। इन तस्वीरों को मिस वर्ल्ड के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर साझा किया गया, जिसने वैश्विक दर्शकों तक तेलंगाना की सुंदरता को पहुँचाया।