श्री चौहान ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि शिकायतों की नियमित समीक्षा की जाएगी और उनका समाधान समयबद्ध व पारदर्शी ढंग से किया जाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि किसानों के हितों की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
"किसानों को त्वरित राहत देना हमारा कर्तव्य है। शिकायतों का निवारण पूरी पारदर्शिता, विश्वसनीयता और संवेदनशीलता के साथ किया जाए," — शिवराज सिंह चौहान
नकली खाद-बीज पर होगी सख्त कार्रवाई
बैठक के दौरान कृषि मंत्री ने विशेष रूप से नकली या घटिया खाद-बीज और कीटनाशकों की शिकायतों का जिक्र किया और इन्हें "गंभीर अपराध" करार दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि इन मामलों में प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।
"किसानों को लूटने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। अमानक उत्पादों की बिक्री पर रोक आवश्यक है," — शिवराज सिंह चौहान
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकारों के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करेगी ताकि किसानों को राहत मिले। मंत्री ने जानकारी दी कि वे इस मुद्दे पर पहले ही कई मुख्यमंत्रियों को पत्र लिख चुके हैं और आगे राज्यों से वर्चुअल संवाद भी करेंगे।
बायोस्टिमुलेंट पर सख्ती, सिर्फ प्रमाणित उत्पादों को अनुमति
अवैध और गैर-प्रमाणित बायोस्टिमुलेंट (जैव उत्तेजक) की बिक्री पर कृषि मंत्री ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि बाजार में केवल नोटिफाइड (प्रमाणित) उत्पाद ही बिकें, यह सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि अभी तक 146 बायोस्टिमुलेंट उत्पादों को अधिसूचित किया जा चुका है, और इसके अलावा किसी अन्य उत्पाद की बिक्री गैर-कानूनी मानी जाएगी। किसानों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से सूचना प्रसारित करने के निर्देश भी दिए गए।
पीएम किसान और फसल बीमा योजना की शिकायतों का होगा समाधान
बैठक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आई शिकायतों की भी समीक्षा की गई। श्री चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन योजनाओं से जुड़ी हर शिकायत का समाधान समय पर किया जाए और किसानों से सीधा फीडबैक भी लिया जाए।
"हमारा उद्देश्य है कि देश का हर किसान संतुष्ट और आत्मनिर्भर हो," — कृषि मंत्री
"स्वदेशी अपनाओ" का संकल्प
बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के "स्वदेशी अपनाओ" अभियान को समर्थन देते हुए, केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारियों ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प लिया। मंत्री श्री चौहान और कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी सहित सभी अधिकारियों ने निर्णय लिया कि वे यथासंभव अपने दैनिक जीवन में स्वदेशी उत्पादों का ही प्रयोग करेंगे।