दो शहरों में एक साथ छापेमारी
20 अगस्त 2025 की शाम, डीआरआई अधिकारियों ने समन्वित कार्रवाई करते हुए बेंगलुरु के क्रांतिवीर संगोली रायन्ना रेलवे स्टेशन और भोपाल जंक्शन पर छापेमारी की।
दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (22691) में यात्रा कर रहे दो संदिग्धों के पास से बेंगलुरु में 29.88 किलोग्राम और अगले ही दिन भोपाल जंक्शन पर 24.186 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक ड्रग्स जब्त किए गए।
मास्टरमाइंड की दिल्ली में गिरफ्तारी
इस रैकेट के कथित मास्टरमाइंड को नई दिल्ली में पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद उसके पास से 1.02 करोड़ रुपये की तस्करी की कमाई भी बरामद की गई। डीआरआई की जानकारी के अनुसार यह गिरोह एक संगठित नेटवर्क के तहत पूरे देश में फैला था।
अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी उजागर
कार्रवाई के अगले चरण में, 21 अगस्त की सुबह बेंगलुरु के एक होटल में थाईलैंड से हाल ही में आए एक यात्री को रोका गया। तलाशी के दौरान उसके पास से 17.958 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मादक पदार्थ बरामद किए गए।
सोशल मीडिया के जरिए युवा निशाने पर
जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए बेरोज़गार, अंशकालिक नौकरी करने वाले या कॉलेज छोड़ चुके युवाओं को अपने जाल में फंसाता था। बाद में इन्हें तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
NDPS कानून के तहत कड़ी कार्रवाई
सभी छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके खिलाफ NDPS अधिनियम, 1985 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसके अंतर्गत नशीले पदार्थों से जुड़े अपराधों के लिए कड़ी सज़ा का प्रावधान है।