इस गौरवपूर्ण क्षण पर केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने खिलाड़ियों को नकद पुरस्कारों से सम्मानित करते हुए कहा,
“आप सिर्फ पैरा एथलीट नहीं, भारत के पावर एथलीट हैं। आपने न केवल पदक जीते, बल्कि देशवासियों का दिल भी जीता है।”
“व्हीलचेयर को बना दिया पंख” – मांडविया
सम्मान समारोह के दौरान डॉ. मांडविया ने पैरा एथलीटों की प्रशंसा करते हुए कहा:
“आपने दिखा दिया कि जब हौसला बुलंद हो, तो व्हीलचेयर भी पंख बन जाती है। आपने दिव्यांगता को दृढ़ संकल्प में बदला है – यह साहस की नई परिभाषा है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।”
उन्होंने आगे कहा,
“ये पदक सिर्फ धातु नहीं हैं, बल्कि आपकी अडिग इच्छाशक्ति का प्रतीक हैं।”
मोदी सरकार की सराहना, प्रधानमंत्री ने व्यक्तिगत रूप से दिखाई रुचि
डॉ. मांडविया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं एथलीटों के प्रदर्शन पर नजर बनाए हुए थे।
“प्रधानमंत्री ने टीवी पर आपके मैच देखे और कैबिनेट बैठकों में आपके बारे में पूछा। आप सभी ने नए भारत की भावना को साकार किया है।”
भव्य आयोजन, वैश्विक सराहना
इस वर्ष का आयोजन भारत के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक रहा। नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित इस प्रतियोगिता को भारत में अब तक का सबसे बड़ा पैरा-स्पोर्ट्स इवेंट माना जा रहा है।
_100 देशों के 2,100 से अधिक एथलीट
_186 प्रतियोगिताएं
_विश्व स्तर की सुविधाएं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय संघों ने खुले दिल से सराहना की।
भारतीय पैरालंपिक समिति (PCI) के अध्यक्ष देवेंद्र झाझरिया ने कहा:
“खेल मंत्रालय और SAI ने एक परिवार की तरह साथ दिया। आयोजन की सफलता पर हमें WPA की ओर से ट्रॉफी भी प्रदान की गई।”
एथलीटों की प्रतिक्रिया: “मोंडो ट्रैक ने दिल जीत लिया”
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों ने जेएलएन स्टेडियम के मोंडो ट्रैक, आवास, फिटनेस सेंटर और अन्य व्यवस्थाओं की जमकर तारीफ की।
सुमित अंतिल ने कहा,
“ट्रैक, होटल और परिवहन व्यवस्था बेहतरीन रही। SAI और PCI का सहयोग सराहनीय रहा।”
शैलेश कुमार, जिन्होंने भारत को पहला स्वर्ण दिलाया, बोले,
“पहले दिन घबराहट थी, लेकिन घरेलू समर्थन और बेहतरीन सुविधाओं ने आत्मविश्वास बढ़ाया।”
प्रीति पाल, जिन्होंने दो पदक जीते, ने कहा,
“मेडिकल रूम की बर्फ स्नान सुविधा ने हमें रेस के बाद रिकवरी में काफी मदद की।”
22 पदक और 1.09 करोड़ रुपये की प्रोत्साहना
खेल मंत्रालय ने खिलाड़ियों को कुल ₹1.09 करोड़ से अधिक की पुरस्कार राशि प्रदान की। यह तेज़ी से पुरस्कार देने की पहल सरकार की खेलों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।