यह बयान पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य गतिरोध के बाद सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के जवाब में आया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि भारत ने किराना हिल्स में पाकिस्तान के परमाणु ढांचे को निशाना बनाया। प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल भारती के साथ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और मेजर जनरल एसएस शारदा भी मौजूद थे। यह दो दिनों में उनकी दूसरी संयुक्त ब्रीफिंग थी।
एयर मार्शल भारती ने जोर देकर कहा कि भारत की लड़ाई केवल आतंकवादियों और आतंकवाद के खिलाफ है, न कि पाकिस्तानी सेना या नागरिकों के साथ। उन्होंने कहा, "7 मई को हमने सिर्फ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। दुर्भाग्यवश, पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों का समर्थन चुना और इस लड़ाई को अपना बना लिया। ऐसी स्थिति में हमारी जवाबी कार्रवाई अनिवार्य थी, और उन्हें जो नुकसान हुआ, उसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।"
भारती ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को शुरू किया गया था, के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। रविवार की ब्रीफिंग में लेफ्टिनेंट जनरल घई ने खुलासा किया कि इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जिनमें 1999 के IC-814 अपहरण और 2019 के पुलवामा हमले से जुड़े यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक राल और मुदासिर अहमद जैसे आतंकवादी शामिल थे।
सोशल मीडिया पर किराना हिल्स के पास सरगोधा में मुशाफ एयरबेस पर हमले की अफवाहों ने भी जोर पकड़ा था, जिसमें दावा किया गया कि यह क्षेत्र परमाणु भंडारण से जुड़ा है। हालांकि, भारती ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय सेना ने केवल आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया। उन्होंने स्वदेशी आकाश वायु रक्षा प्रणाली सहित भारतीय रक्षा प्रणालियों की तारीफ की, जिन्होंने इस ऑपरेशन में शानदार प्रदर्शन किया।
भारती ने यह भी खुलासा किया कि पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल की गई चीनी मूल की पीएल-15 मिसाइल अपने लक्ष्य से चूक गई, और इसके अवशेषों को भारतीय सेना ने बरामद किया। उन्होंने लंबी दूरी के रॉकेट, लोइटर युद्ध सामग्री और मानव रहित हवाई प्रणालियों को निष्प्रभावी करने की बात भी कही।
हालांकि, इस सैन्य झड़प में भारतीय नागरिकों की मौत के आंकड़ों पर अभी स्पष्टता नहीं है। सेना ने पांच लोगों की मौत की बात कही है, लेकिन अनौपचारिक रिपोर्ट्स में मृतकों की संख्या 19 बताई जा रही है।
एयर मार्शल भारती ने अंत में कहा कि भारत के सभी वायुसेना अड्डे और रक्षा प्रणालियां पूरी तरह से कार्यरत हैं और किसी भी भावी मिशन के लिए तैयार हैं। उन्होंने पिछले दशक में सरकार के बजटीय और नीतिगत समर्थन को इस सफलता का श्रेय दिया