इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सीएम रेखा गुप्ता ने शनिवार (6 सितंबर) को दुर्गा पूजा और रामलीला आयोजकों से मुलाकात की। उन्होंने 17 सितंबर को पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू होने वाले 'सेवा पखवाड़ा' में हिस्सा लेने की अपील की। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि दिल्ली सरकार दुर्गा पूजा और रामलीला समितियों को 1,200 यूनिट मुफ्त बिजली देगी। साथ ही, बेहतर सुरक्षा व्यवस्था और मूर्ति विसर्जन के लिए उचित स्थान उपलब्ध कराने का वादा भी किया।
सीएम ने कहा, "हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिन 17 सितंबर को है। हम चाहते हैं कि दिल्ली इस दिन को 'सेवा पखवाड़ा' के रूप में मनाए। 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक कई सेवा कार्य होंगे। मैं चाहती हूं कि दुर्गा पूजा पंडालों में दिन के समय जनता के लिए सेवा कार्य किए जाएं। साथ ही, पीएम की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए उनकी तस्वीर मां दुर्गा के चरणों के पास रखकर आशीर्वाद मांगा जाए।"
आम आदमी पार्टी (आप) ने सीएम के इस बयान की कड़ी आलोचना की है। आप के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भाजपा मुफ्त बिजली देकर 'बंगाली आस्था और गौरव' खरीदना चाहती है। उन्होंने कहा, "क्या बंगाली भाई-बहनों को मां दुर्गा के साथ पीएम मोदी की पूजा करनी होगी? 1,200 यूनिट मुफ्त बिजली का मतलब है कि भाजपा 12,000 रुपये में बंगाली आस्था खरीदना चाहती है।"
भाजपा ने आप के आरोपों को 'राजनीतिक अवसरवाद' करार देते हुए खारिज किया। दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, "दिल्लीवासी जानते हैं कि केजरीवाल सरकार ने पूजा समितियों को केजरीवाल, सिसोदिया और स्थानीय विधायकों के बैनर लगाने के लिए मजबूर किया था। यह हैरानी की बात है कि आप, सीएम रेखा गुप्ता के पीएम के अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की अपील को मुद्दा बना रही है।"