विवाद का विवरण:
मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू तहसील के मानपुर में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान
आदिवासी कल्याण मंत्री और बीजेपी नेता कुंवर विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा, "जिन्होंने हमारी बेटियों के सिंदूर उजाड़े, हमने उनकी ही बहन भेजकर उनकी ऐसी-तैसी करवाई।" उन्होंने आगे कहा, "मोदी जी ने उनके समाज की बहन को भेजा ताकि अगर तुमने हमारी बहनों को विधवा किया, तो तुम्हारी बहन तुम्हें नंगा करेगी।" हालांकि शाह ने किसी का नाम नहीं लिया, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह टिप्पणी कर्नल सोफिया कुरैशी पर थी, जो ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ प्रमुख चेहरा थीं। X पर कई पोस्ट्स में इस बयान को सांप्रदायिक और सेना का अपमान बताते हुए तीखी आलोचना की गई।
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया:
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने X पर इस बयान की कड़ी निंदा की और लिखा, "भाजपा की मध्य प्रदेश सरकार के एक मंत्री ने हमारी वीर बेटी कर्नल सोफिया क़ुरैशी के बारे में बेहद अपमानजनक, शर्मनाक और ओछी टिप्पणी की है। पहलगाम के आतंकी देश को बाँटना चाहते थे, पर आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देने में पूरे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान देश एकजुट था। बीजेपी-आरएसएस की मानसिकता हमेशा से महिला विरोधी रही है। पहले पहलगाम में शहीद नौसेना अधिकारी की पत्नी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया, फिर विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बेटी को परेशान किया गया, और अब बीजेपी के मंत्री हमारी बहादुर सोफिया कुरैशी पर ऐसी अशोभनीय टिप्पणियां कर रहे हैं। मोदी जी को ऐसे मंत्री को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए।"
कांग्रेस की अन्य प्रतिक्रियाएं:
कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी इस बयान पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने X पर लिखा, "यह पूरी तरह से अक्षम्य है। ये छद्म राष्ट्रवादी हमारी बहादुर सेना का सम्मान नहीं करते। क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी
और जेपी नड्डा इस बीजेपी मंत्री के खिलाफ कार्रवाई करेंगे?" मध्य प्रदेश में विपक्ष के नेता उमंग सिंगार ने कहा, "सेना के अधिकारी का कोई धर्म नहीं होता। विजय शाह का बयान शर्मनाक और सेना का अपमान है।" कांग्रेस सांसद मोहम्मद जावेद ने इसे "देशद्रोही" करार देते हुए कहा, "हमारी सेना की बहादुर बेटियों को 'आतंकवादियों की बहन' कहना न केवल नीच है, बल्कि देशद्रोह है।" मध्य प्रदेश कांग्रेस समिति ने मुख्यमंत्री मोहन यादव और बीजेपी नेतृत्व की चुप्पी पर सवाल उठाया, पूछते हुए, "क्या यह चुप्पी इस बयान से सहमति दर्शाती है?"
कर्नल सोफिया कुरैशी का परिचय:
कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना के सिग्नल कोर की एक सम्मानित अधिकारी हैं, जिन्होंने 2016 में 'एक्सरसाइज फोर्स 18' में भारत की टुकड़ी का नेतृत्व कर इतिहास रचा। वह पहली महिला अधिकारी थीं, जिन्होंने किसी बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व किया। ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में उनकी उपस्थिति को देश की एकता और महिला शक्ति का प्रतीक माना गया। X पर उपयोगकर्ताओं ने उन्हें "देश की बेटी" और "सेना की शान" बताते हुए उनके सम्मान की रक्षा की अपील की।
विजय शाह का स्पष्टीकरण:
विवाद बढ़ने के बाद विजय शाह ने सफाई दी कि उनके बयान को गलत संदर्भ में लिया गया। उन्होंने कहा, "कुछ लोग मेरे बयान को अलग संदर्भ में ले रहे हैं। मेरा ऐसा इरादा नहीं था। वह (कर्नल कुरैशी) मेरी बहन हैं और उन्होंने आतंकवादियों के कृत्यों का बदला लिया है।" मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने शाह को तलब किया और उन्हें ऐसी विवादास्पद टिप्पणियों से बचने की सलाह दी।
सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया:
X पर इस कथित बयान के खिलाफ तीव्र प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई उपयोगकर्ताओं ने इसे "राष्ट्र-विरोधी" और "सेना का अपमान" बताया, जबकि कुछ ने इसे बीजेपी की "सांप्रदायिक राजनीति" का हिस्सा करार दिया। उपयोगकर्ताओं ने कर्नल सोफिया को "140 करोड़ भारतीयों की बहन" बताते हुए उनके सम्मान की रक्षा की मांग की।
कर्नल सोफिया कुरैशी पर कथित टिप्पणी ने भारतीय सेना के सम्मान और राष्ट्रीय एकता से जुड़ा एक संवेदनशील विवाद खड़ा कर दिया है। मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस ने इस बयान को सेना और महिलाओं का अपमान बताते हुए बीजेपी पर तीखा हमला बोला, जबकि बीजेपी नेता ने इसे गलतफहमी करार दिया। प्रामाणिक साक्ष्यों की कमी के कारण तथ्यों की पुष्टि आवश्यक है। सेना और देश के प्रति सम्मान बनाए रखने के लिए सभी पक्षों से संयमित और जिम्मेदार व्यवहार की अपेक्षा की जाती है।