यह सद्भावना यात्रा भारत की 'एक्ट ईस्ट नीति' का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्रशांत द्वीप समूह के देशों के साथ संबंधों को सशक्त बनाना और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समावेशी विकास को प्रोत्साहित करना है।
आईएनएस कदमत्त की उपस्थिति पापुआ न्यू गिनी की आधिकारिक स्वतंत्रता दिवस परेड और सांस्कृतिक आयोजनों में देखी जाएगी। दोनों देशों के साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और सांस्कृतिक विरासत को इस मौके पर खास सम्मान दिया जाएगा।
यात्रा के दौरान जहाज का चालक दल, पापुआ न्यू गिनी रक्षा बल (PNGDF) के साथ मिलकर समुद्री सुरक्षा, आपदा राहत और मानवीय सहायता जैसे विषयों पर सहयोग के अवसर तलाशेगा। साथ ही, भारतीय नौसेना की 'आत्मनिर्भरता' की ताकत का प्रदर्शन करते हुए INS कदमत्त, पापुआ न्यू गिनी के सैन्य नेतृत्व की मेजबानी भी करेगा।
गौरतलब है कि यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मई 2023 में हुई ऐतिहासिक पापुआ न्यू गिनी यात्रा के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते द्विपक्षीय रिश्तों का अगला कदम है। उस समय दोनों देशों ने विकास सहयोग, रक्षा क्षेत्र में साझेदारी और रणनीतिक संवाद को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता जताई थी।
भारतीय नौसेना, सद्भावना यात्राओं, क्षमता निर्माण और संयुक्त समुद्री अभियानों के माध्यम से क्षेत्र में 'मैत्री सेतु' यानी मित्रता की पुल बनाने की अपनी कूटनीतिक भूमिका को लगातार सशक्त कर रही है।