राष्ट्रीय राजधानी आज उस समय जोश और ऊर्जा से भर उठी, जब मेजर ध्यानचंद की 120वीं जयंती पर आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय खेल उत्सव के अंतिम दिन हजारों नागरिकों, खिलाड़ियों और गणमान्य अतिथियों ने साइकिल की सवारी की।
खेल दिवस बना सबसे बड़ा फिटनेस जन आंदोलन
डॉ. मांडविया के नेतृत्व में मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से 'फिट इंडिया - संडे ऑन साइकिल' रैली का शुभारंभ हुआ। उन्होंने इसे एक ऐसा आंदोलन बताया जो न केवल फिटनेस को बढ़ावा देता है, बल्कि भारतवासियों को स्वदेशी जीवनशैली और स्थायित्वपूर्ण विकास की ओर भी प्रेरित करता है।
"साइकिल चलाना महज एक व्यायाम नहीं, बल्कि हमारी जड़ों से जुड़ने का प्रतीक है," - डॉ. मांडविया
30 करोड़ भारतीयों की भागीदारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया विजन से प्रेरित इस तीन दिवसीय अभियान में देशभर के 700 जिलों में 10,000 से अधिक स्थानों पर गतिविधियां आयोजित की गईं।
लगभग 30 करोड़ भारतीयों ने इसमें सक्रिय भागीदारी की — खेल मैदानों में, सम्मेलनों में, साइकिल रैलियों में और स्वदेशी खेलों में।
हिमालय से समुद्र तक चला भारत
देशभर में संडे ऑन साइकिल रैली का आयोजन हुआ —
* हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कुरुक्षेत्र में 2500 नागरिकों के साथ साइकिल चलाई
* तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा ने हैदराबाद में 1000 प्रतिभागियों के साथ हिस्सा लिया
* बॉलीवुड अभिनेता जैकी श्रॉफ और राज्यमंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने मुंबई के बोरिवली नेशनल पार्क में साइकिल चलाई
खेल जगत की बड़ी हस्तियों की भागीदारी
ध्यानचंद पुरस्कार विजेता तृप्ति मुरगुंडे ने भी राष्ट्रीय राजधानी में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया
पैरा एथलीट अंकुर धामा और रवि रंगोली ने बेंगलुरु में रैली का नेतृत्व किया
11 महिला पर्वतारोही लड़कियों को माउंट एवरेस्ट मिशन के लिए रवाना किया गया
एक दिन, एक सपना, एक दिशा
‘संडे ऑन साइकिल’ केवल एक फिटनेस इवेंट नहीं, यह अब "एक जन आंदोलन" बन चुका है।
आज भारत ने संकल्प लिया है —
_स्वदेशी अपनाओ
_फिटनेस को जीवनशैली बनाओ
_मेजर ध्यानचंद को सच्ची श्रद्धांजलि दो
फिटनेस का संकल्प, भारत की पहचान
इस अभियान को देशभर में 40,000 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया जा चुका है। इसका संचालन युवा मामले एवं खेल मंत्रालय, साइक्लिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (CFI), योगासन भारत और माईभारत के सहयोग से किया जा रहा है।
"भारत आज खेलों के क्षेत्र में नई क्रांति का साक्षी बन रहा है। ये आयोजन न केवल एक खेल दिवस है, यह है भारत के आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का उत्सव।"