इस अवसर पर संयुक्त सचिव श्री राम सिंह ने भारत सरकार के कैबिनेट सचिव डॉ. टी.वी. सोमनाथन का हिंदी संदेश उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पढ़कर सुनाया। वहीं, उप महानिदेशक श्री आलोक कुमार वर्मा ने माननीय गृह मंत्री जी का संदेश प्रस्तुत किया, जिसमें हिंदी भाषा को राष्ट्र की आत्मा और सांस्कृतिक अस्मिता का प्रतीक बताया गया।
अपने संबोधन में उप महानिदेशक श्री वर्मा ने कहा, “राजभाषा हिंदी केवल संवाद का माध्यम नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र के स्वाभिमान और सांस्कृतिक गौरव का परिचायक है।” उन्होंने मंत्रालय के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की कि वे हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत आयोजित की जा रही विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लें और राजभाषा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को सशक्त करें।
राजभाषा चल शील्ड योजना बनी प्रोत्साहन का माध्यम
हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मंत्रालय द्वारा विगत वर्षों से राजभाषा चल शील्ड योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के अंतर्गत मंत्रालय के वे प्रभाग/अनुभाग/संबद्ध व अधीनस्थ कार्यालयों को पुरस्कृत किया जाता है, जो राजभाषा हिंदी में सर्वाधिक कार्य करते हैं।
इस वर्ष भी यह योजना लागू की गई है, जिससे मंत्रालय के विभिन्न विभागों में हिंदी में अधिक से अधिक कार्य हो सके और एक सकारात्मक प्रतिस्पर्धा का वातावरण तैयार हो।
हिंदी पखवाड़े के दौरान होंगे विविध आयोजन
पखवाड़े के दौरान निबंध लेखन, वाद-विवाद, प्रश्नोत्तरी, श्रुतिलेख जैसी प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन आयोजनों के माध्यम से कर्मचारियों को न केवल हिंदी में कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी, बल्कि उनकी भाषा-प्रतिभा को भी मंच मिलेगा।
अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के इस पहल से यह स्पष्ट है कि हिंदी को केवल एक भाषा नहीं, बल्कि राष्ट्र निर्माण का माध्यम माना जा रहा है।