सौरभ भारद्वाज ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से एसएससी छात्र जंतर-मंतर पर अपनी मांगों को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन कल रात पुलिस ने पहले प्रदर्शन स्थल की बिजली काटी, ताकि अंधेरे में हमला किया जा सके और वीडियो रिकॉर्ड न हो। सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों ने छोटी-छोटी लड़कियों, नौजवानों और शिक्षकों पर हमला किया। छात्रों ने फोन की लाइट जलाकर वीडियो बनाए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
उन्होंने कहा, "देश के माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाते हैं, ताकि वे डॉक्टर, इंजीनियर, या सरकारी नौकरी में क्लर्क, स्टेनोग्राफर बन सकें। लेकिन नीट और एसएससी जैसी परीक्षाओं में संगठित धांधली हो रही है। मेहनती छात्र बर्बाद हो रहे हैं, और पैसे देकर सांठगांठ करने वाले नौकरियां पा रहे हैं।"
भारद्वाज ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) की केंद्र सरकार हर वर्ग को दबा रही है। उन्होंने कहा, "पिछले 10-11 सालों में व्यापारी, डॉक्टर, सैनिक, वकील, छात्र, और गरीब—सबको दिल्ली पुलिस ने पीटा। आचार्य भिक्षु अस्पताल में बीजेपी विधायक ने डॉक्टर को पीटा, लेकिन कोई FIR दर्ज नहीं हुई। पत्रकार भी नहीं बचे।"
उन्होंने प्राइवेट स्कूलों की फीस में 30% से 80% की बढ़ोतरी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने ऑडिट का वादा किया, लेकिन एक भी स्कूल की फीस कम नहीं हुई। शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने पेरेंट्स के सवालों का जवाब देने के बजाय उन्हें धमकाया।
मेट्रो किराए में बढ़ोतरी पर भारद्वाज ने कहा, "केजरीवाल सरकार ने दिल्ली वालों के लिए किराया, बिजली बिल, और स्कूल फीस नहीं बढ़ने दी। लेकिन बीजेपी की दोस्ती में दिल्ली वालों का नुकसान हो रहा है।"
दहेज प्रथा पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर में यह कुरीति बढ़ रही है। पहले मोटरसाइकिल, फिर कार, और अब तीन-तीन गाड़ियां मांगी जा रही हैं। उन्होंने समाज और पंचायतों से इस पर चर्चा कर इसे खत्म करने की अपील की।
सौरभ भारद्वाज ने अमेंडमेंट के मुद्दे पर कहा कि बीजेपी संविधान बदलने की कोशिश कर रही है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल ने जेल से सरकार चलाकर साबित कर दिया कि संविधान इसकी इजाजत देता है। उन्होंने कहा, "केजरीवाल ने बीजेपी की पूरी बटालियन को गलत साबित किया।"
आप नेता ने एसएससी छात्रों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया और केंद्र सरकार की तानाशाही की आलोचना की।