यह पहला मौका था जब ‘एसईसीएल विश्वकर्मा पुरस्कार’ का आयोजन किया गया। यह पुरस्कार एसईसीएल की विभिन्न खदानों में कार्यरत कर्मियों को उनके साहस, समर्पण, तकनीकी दक्षता और अनुकरणीय सेवा के लिए प्रदान किए गए। सम्मान पाने वालों में खनन, रखरखाव, पर्यवेक्षण और तकनीकी सेवाओं में कार्यरत कर्मचारी शामिल थे।
इस अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, वहीं बेलतरा विधायक श्री सुशांत शुक्ला विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। समारोह की अध्यक्षता एसईसीएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री हरीश दुहान ने की।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वच्छता शपथ के साथ हुआ, जिसके साथ ही “स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025” की भी शुरुआत की गई। मंच से बोलते हुए श्री तोखन साहू ने एसईसीएल द्वारा विश्वकर्मा पुरस्कार की शुरुआत को एक सार्थक और प्रेरणादायी पहल बताया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
विशेष सेवा संकल्प : 'एसईसीएल-17' अभियान
समारोह के हिस्से के रूप में कंपनी द्वारा ‘एसईसीएल-17: विश्वकर्मा सेवा संकल्प’ नामक एक विशेष एक दिवसीय अभियान भी चलाया गया। यह अभियान एसईसीएल के मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के 10 परिचालन जिलों में एक साथ संचालित किया गया।
इस अभियान में 17 कल्याणकारी गतिविधियाँ आयोजित की गईं, जिनमें शामिल थे:
_स्वास्थ्य जांच शिविर
_रक्तदान अभियान
_सुरक्षा और सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम
_वित्तीय एवं डिजिटल साक्षरता कार्यशालाएं
_वृक्षारोपण
_नशामुक्ति जागरूकता अभियान
ये सभी गतिविधियाँ न सिर्फ कर्मियों के कल्याण को बढ़ावा देती हैं, बल्कि एसईसीएल की सामाजिक जिम्मेदारी और सतत विकास की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती हैं।