पूर्व आईपीएस अधिकारी और पुडुचेरी की भूतपूर्व राज्यपाल डॉ. किरण बेदी ने योग को "आत्म-देखभाल और सामाजिक देखभाल का माध्यम" बताते हुए समर्थन व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को भारत की प्राचीन स्वास्थ्य परंपराओं से जुड़ना चाहिए।
बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश साझा कर योग को "एक उत्सव की तरह मनाने" की अपील की। वहीं, सदाबहार अभिनेता अनिल कपूर ने ‘एक्स’ पर लिखा, “योग प्रेरित करता है, स्वास्थ्य देता है और जोड़ता है। आइए, हम सब मिलकर इस योग महोत्सव के माध्यम से एक बेहतर भविष्य अपनाएं।”
प्रसिद्ध पहलवान और मोटिवेशनल स्पीकर संग्राम सिंह ने योग की गहराई को छूते हुए कहा, “योग आत्मा और परमात्मा के मिलन का माध्यम है। यह हमें प्रकृति और स्वयं से जोड़ता है, जिससे तनाव और अवसाद से मुक्ति मिलती है।”
सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़ी दिग्गज हस्तियां भी पीछे नहीं हैं। गायक कैलाश खेर ने योग को भारत की “कालातीत भेंट” बताया, जिसे अब दुनिया स्वीकार कर रही है। प्रख्यात नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने कहा, “योग मेरे जीवन में अंतर्दृष्टि और आत्मिक उत्थान का मार्ग रहा है।”
मनोज जोशी ने जीवनशैली में योग और आयुर्वेद को शामिल करने की बात कही, जिससे “तेज़ रफ्तार जीवन में भी मानसिक व शारीरिक संतुलन बना रहे।” वहीं शिल्पा शेट्टी, जो योग की प्रबल समर्थक हैं, ने ‘एक्स’ पर लिखा, “योग हमारे भीतर और बाहर सामंजस्य बढ़ाता है। इसे अगली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा दायित्व है।”
रकुल प्रीत सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “योग एक प्राचीन भारतीय उपहार है जिसने वैश्विक मंच पर आरोग्य और एकता को बढ़ावा दिया है।”
इन तमाम हस्तियों के समर्थन से सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर जबरदस्त ऊर्जा और जुड़ाव देखने को मिल रहा है। इन सितारों की व्यापक पहुंच से युवाओं में योग के प्रति उत्साह कई गुना बढ़ा है, और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर तैयारियां पूरे जोरों पर हैं।
भारत जब योग दिवस के एक दशक पूरे होने का जश्न मना रहा है, तब इन प्रसिद्ध हस्तियों का सक्रिय समर्थन इस बात का प्रमाण है कि योग अब केवल एक शारीरिक अभ्यास नहीं रहा — यह जीवन जीने की कला और संतुलन का प्रतीक बन चुका है।