प्रधानमंत्री मोदी ने, "देश के संसाधनों और कुशल कार्यबल का लाभ उठाते हुए भारत को एक वैश्विक निर्माण केंद्र में बदलने की दृष्टि प्रस्तुत की"।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, “मैं गेमिंग के क्षेत्र में एक बड़ा अवसर देखता हूँ। वर्तमान में, गेमिंग का प्रभाव और इससे मिलने वाले लाभ मुख्यतः विदेशी कंपनियों के पास हैं। भारत एक समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और नई - नई प्रतिभाओं से भरा हुआ है। हम दुनिया भर के बच्चों को अपने देश में बने खेलों की ओर आकर्षित कर सकते हैं। मुझे पूरी उम्मीद है कि भारत के युवा, बच्चे, आईटी और एआई विशेषज्ञ गेमिंग की दुनिया में एक प्रमुख भूमिका निभाएंगे।”
उन्होंने आगे कहा, “हमारी गेमिंग उत्पादों को वैश्विक स्तर पर प्रभावशाली बनाना चाहिए। हमारे एनीमेटर्स में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार काम करने की पूरी क्षमता है। हमें एनीमेशन उद्योग में एक मजबूत और स्थायी उपस्थिति स्थापित करनी होगी और इस दिशा में ठोस प्रयास करने चाहिए।”
पीएम मोदी ने 6G के लॉन्च पर भी विश्वास व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 5G की तेजी से विस्तार के बाद, भारत 6G की शुरुआत के लिए पूरी तरह तैयार है।
उन्होंने कहा “मैं आत्मविश्वास के साथ कह सकता हूं, हम 6G के लिए मिशन मोड में काम कर रहे हैं, और हम अपनी प्रगति से दुनिया को चौंका देंगे। ”
मोदी ने भारत को एक प्रमुख वैश्विक निर्माण केंद्र में बदलने का सपना देखा, जिसमें देश के संसाधनों और कुशल कार्यबल का पूर्ण उपयोग किया जाएगा। उन्होंने भारत की स्वदेशी डिज़ाइन क्षमताओं की सराहना की और घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय बाजारों के लिए उत्पादन बढ़ाने का आह्वान किया, साथ ही “DESIGN IN INDIA, DESIGN FOR THE WORLD” का संदेश दिया।