अमेरिका, इंडोनेशिया और जापान में आए भूकंप के झटकों ने जमीन को कंपा दिया। जापान में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.9 थी, जबकि इंडोनेशिया में 6.5 और अमेरिका में सिर्फ 2.9 रही। इंडोनेशिया और जापान भूकंप के लिए अति सक्रिय प्रशांत महासागर के रिंग ऑफ फायर पर हैं। यहां अक्सर तेज भूकंप आते हैं। फिलहाल किसी भी देश में भूकंप से क्षति की सूचना नहीं है। इंडोनेशिया और जापान के कुछ मकानों को नुकसान जरूर पहुंचा है।
इंडोनेशिया मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी (बीएमकेजी) ने बताया कि शनिवार को जावा द्वीप के तट पर 6.5 तीव्रता का भूकंप आया। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने इस भूपंक की तीव्रता को 6.5 दर्ज किया। भूकंप को राजधानी जकार्ता में भी महसूस किया गया। यहां लोगों को इमारत खाली करनी पड़ी। साधारण तौर पर, भूकंप लगभग 5 सेकेंड तक रहता था, जबकि यह 10-15 सेकंड के बीच आया। सुनामी की कोई चेतावनी नहीं थी। यूएसजीएस ने इस भूकंप की गहराई 68.3 किलोमीटर (42 मील) बताई है।
वहीं जापान की मौसम एजेंसी ने कहा कि शनिवार को जापान के बोनिन द्वीप या ओगासावारा द्वीप समूह में 6.9 की प्रारंभिक तीव्रता वाला भूकंप आया। भूकंप शाम 5.36 बजे आया। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा यह भूकंप स्थानीय समय (0836 GMT) पर आया। इसकी गहराई सतह से 540 किमी नीचे मापी गई है। भूकंप का केंद्र द्वीपों के पश्चिमी तट पर, टोक्यो से लगभग 875 किमी दक्षिण में, 27.9 डिग्री उत्तर अक्षांश और 140.0 डिग्री पूर्व देशांतर पर स्थित था। मध्य टोक्यो में भी हल्के झटके महसूस हुए। वहीं सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।