इन फ्लाईओवरों का निर्माण हीरो कंपनी के पास पंचगांव चौक, राठीवास और साहलावास में किया जाएगा। वहीं नौ फुटओवर ब्रिज NH-48 के गुड़गांव-कोटपुतली-जयपुर खंड पर शिकोहपुर, मानेसर, बिनौला, राठीवास, मालपुरा, जयसिंहपुर खेड़ा, सिधरावली, खरखरा और खिजुरी जैसे स्थानों पर बनाए जाएंगे।
इस अवसर पर केंद्रीय सांख्यिकी और योजना मंत्री डॉ. इंद्रजीत यादव, गुरुग्राम और मानेसर के महापौर, स्थानीय पार्षद और एनएचएआई के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
बदलते भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल
मंत्री श्री मल्होत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में हुए ऐतिहासिक परिवर्तनों की चर्चा करते हुए कहा:
* राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क 2014 में 91,000 किमी था, जो अब 1.46 लाख किलोमीटर को पार कर गया है।
* हाई-स्पीड कॉरिडोर सिर्फ 93 किमी से बढ़कर 2,474 किमी तक पहुँच चुके हैं।
* 4 या अधिक लेन वाले राजमार्गों की लंबाई 2014 के 18,371 किमी से बढ़कर अब 48,422 किमी हो गई है।
* सड़क निर्माण की गति 12.1 किमी/दिन से बढ़कर 33.8 किमी/दिन हो चुकी है — यानी 2.8 गुना वृद्धि।
* सड़क क्षेत्र के बजट आवंटन में 570% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
गुरुग्राम में विकास की नई पटकथा
श्री मल्होत्रा ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे, UER-II, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, गुरुग्राम-सोहना एलिवेटेड कॉरिडोर, और मेट्रो विस्तार जैसी परियोजनाएं गुरुग्राम को शहरी और आर्थिक महाशक्ति बनाने में निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।
उन्होंने कहा कि आज जिन परियोजनाओं की नींव रखी गई है, वे न केवल दुर्घटनाओं को रोकेंगी, बल्कि पैदल यात्रियों की सुरक्षा, यातायात का प्रवाह, और सड़क सुरक्षा को भी मजबूती देंगी। सभी फुटओवर ब्रिज पर सीढ़ियाँ और रैंप, विशेष रात्रीकालीन रोशनी और सुरक्षा उपाय भी सुनिश्चित किए जाएंगे।
दिल्ली-NCR को जाममुक्त बनाने की पहल
मंत्री ने जानकारी दी कि NCR में जाम से निजात दिलाने के लिए अब तक 80,545 करोड़ रुपये की परियोजनाएं पूरी की जा चुकी हैं, जबकि
7,084 करोड़ की परियोजनाओं पर काम जारी है
और 23,850 करोड़ रुपये की योजनाएं योजना चरण में हैं
इनमें दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, UER-II का विस्तार, नेल्सन मंडेला मार्ग से द्वारका एक्सप्रेसवे तक सुरंग, एम्स से महिपालपुर तक एलिवेटेड कॉरिडोर, और कालिंदी कुंज इंटरचेंज जैसी परियोजनाएं शामिल हैं।
बुनियादी ढांचे से समृद्धि की ओर
मंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर निवेश केवल विकास का इंजन नहीं, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक खुशहाली की नींव है। भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किया गया हर रुपया GDP में 3.2 गुना तक का योगदान देता है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण करने और जनता को जल्द लाभ देने के निर्देश दिए।