इस वर्ष समारोह की थीम थी — “कृषि परिवर्तन के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अनुसंधान और विकास”, जिसमें आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम. एल. जाट समेत देश के प्रमुख वैज्ञानिकों ने भाग लिया।
विज्ञान का आधुनिक ऋषि: किसान का साथी
केंद्रीय मंत्री ने कहा —
"हमारे वैज्ञानिक आधुनिक युग के महर्षि हैं। उन्होंने न केवल खेती की दिशा बदली है, बल्कि किसान की जिंदगी भी संवारी है।"
उन्होंने इसरो द्वारा विकसित तकनीकों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज ‘जियो पोर्टल’, ‘निसार मिशन’ और ‘रिमोट सेंसिंग’ जैसी अत्याधुनिक प्रणालियों ने खेती में एक नई क्रांति ला दी है।
अंतरिक्ष विज्ञान: कृषि का सटीक मार्गदर्शक
श्री चौहान ने बताया कि अब कृषि मंत्रालय और इसरो के सहयोग से देशभर में गेहूं, धान, सरसों, कपास, गन्ना जैसे फसलों की सटीक निगरानी हो रही है।
क्रॉप प्रोग्रेस, मिट्टी की नमी, फसल स्वास्थ्य और रीयल टाइम डाटा अब किसानों की पहुँच में है।
उन्होंने जोर देकर कहा —
“अब अंदाज़ों की खेती नहीं, आंकड़ों की खेती हो रही है।”
फसल बीमा में भी अंतरिक्ष की भूमिका
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में भी रिमोट सेंसिंग की मदद से क्रॉप कटिंग एक्सपेरिमेंट की पारदर्शिता बढ़ी है।
"अब सही किसान को ही सही मुआवजा मिल रहा है," मंत्री ने बताया।
अंतरिक्ष की ऊंचाईयों से खेतों तक बदलाव
श्री चौहान ने कहा —
“चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान का उतरना न केवल एक वैज्ञानिक उपलब्धि है, बल्कि भारत की वैज्ञानिक परंपरा का गौरव भी है।”
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि भारत का मानव अंतरिक्ष मिशन — ‘गगनयान’, आने वाले समय में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
कृषि विज्ञान को नई दिशा देने का आह्वान
अपने संबोधन में उन्होंने वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि:
नकली खाद और कीटनाशक की पहचान के लिए उपकरण विकसित किए जाएं
दलहन, तिलहन और सोयाबीन की उत्पादकता बढ़ाई जाए
वायरस अटैक से गन्ना और कपास जैसी फसलों की रक्षा के लिए समाधान खोजे जाएं
छोटे और सीमांत किसानों की जमीन के लिए भी उपयुक्त तकनीकी समाधान लाए जाएं
भारत: विज्ञान का पथप्रदर्शक
केंद्रीय मंत्री ने कहा —
“भारत वह देश है जिसने विज्ञान सीखा नहीं, दुनिया को सिखाया है। आर्यभट्ट से लेकर इसरो तक, यह हमारी ज्ञान परंपरा का परिणाम है।”
'एक राष्ट्र - एक टीम - एक लक्ष्य' की अपील
कार्यक्रम के समापन पर श्री चौहान ने वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों से आग्रह किया कि
“विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत सामने आए करीब 500 शोध विषयों पर मिलकर काम करें।
एक विषय पर एकजुट होकर केंद्रित अनुसंधान से किसानों के लिए व्यावहारिक समाधान निकाले जाएं।”
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की बधाई
अंत में श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी वैज्ञानिकों, कृषि विशेषज्ञों और किसानों को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की शुभकामनाएं दीं और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कृषि, पशुधन और ग्रामीण क्षेत्र में नवाचार के निरंतर प्रयास का संकल्प दोहराया।