भाविना ने 9 से 13 अगस्त 2025 तक चली आईटीटीएफ वर्ल्ड पैरा एलीट स्पर्धा में महिला एकल वर्ग 4-5 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। इसके कुछ ही दिन पहले, 6 से 8 अगस्त के दौरान उसी स्थान पर आयोजित आईटीटीएफ वर्ल्ड पैरा फ्यूचर इवेंट में इसी वर्ग में उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया था। इन दो महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते भाविना अब महिला व्हीलचेयर टेबल टेनिस (क्लास 1 से 5) की वैश्विक रैंकिंग में नंबर 1 स्थान पर पहुंच गई हैं। यह उपलब्धि न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष, कौशल और समर्पण का प्रमाण है, बल्कि भारतीय खेलों के इतिहास में भी एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में दर्ज हो गई है।
भाविना पटेल की ये ऐतिहासिक सफलता उन सभी पैरा-खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है, जो सीमित संसाधनों और चुनौतियों के बीच अपने सपनों को साकार करने की राह पर अग्रसर हैं। उन्होंने यह साबित किया है कि आत्मविश्वास, लगन और कठिन परिश्रम के बल पर किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है। ESIC, जहां वे सहायक निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, ने हमेशा अपने कर्मचारियों को खेलों और शारीरिक गतिविधियों में भागीदारी के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया है। संगठन का मानना है कि खेल न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि अनुशासन, टीम भावना और संघर्षशीलता जैसे महत्वपूर्ण मूल्यों को भी मजबूत करते हैं, जो कार्यस्थल पर भी सकारात्मक असर डालते हैं। पिछले कई वर्षों में, ESIC के कई अधिकारी और कर्मचारी राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय प्रदर्शन कर चुके हैं, और संस्थान उन्हें आवश्यक संसाधन, समय और मान्यता प्रदान करता रहा है।
भाविना पटेल की जीत इस बात का सजीव उदाहरण है कि जब किसी संस्थान का सहयोग और किसी खिलाड़ी का जुनून एक साथ मिलते हैं, तो सफलता सिर्फ एक संभावना नहीं, बल्कि एक निश्चित परिणाम बन जाती है। उनकी यह उपलब्धि केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए गौरव की बात है। वे आज भारतीय पैरा खेल जगत में एक प्रेरणास्त्रोत बन चुकी हैं और उनके इस ऐतिहासिक प्रदर्शन से यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि भारत विश्व मंच पर पैरा स्पोर्ट्स में भी शीर्ष स्थान पर पहुँच सकता है।