वर्ष 2005 में शुरू हुआ SLINEX अभ्यास बीते दो दशकों में भारत और श्रीलंका के बीच समुद्री सहयोग और अंतरसंचालन (इंटरऑपरेबिलिटी) को लगातार मजबूती देता आया है। इस अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त बहुआयामी समुद्री अभियानों के ज़रिए दोनों नौसेनाओं के बीच सहयोग को और गहरा बनाना है।
इस वर्ष का SLINEX अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहला, हार्बर फेज़ 14 से 16 अगस्त तक कोलंबो में आयोजित होगा, जबकि दूसरा, समुद्री फेज़ 17 और 18 अगस्त को समुद्र में आयोजित किया जाएगा। श्रीलंकाई नौसेना की ओर से इस अभ्यास में एसएलएनएस गजबाहु और एसएलएनएस विजयबाहु — दोनों उन्नत अपतटीय गश्ती पोत — हिस्सा ले रहे हैं। साथ ही दोनों देशों की नौसेनाओं के विशेष बल भी अभ्यास का हिस्सा होंगे।
हार्बर फेज़ के दौरान दोनों देशों के नौसैनिकों के बीच आपसी समझ और तालमेल को बढ़ाने हेतु संवाद सत्र, विशेषज्ञता का आदान-प्रदान (SMEE), योग सत्र, खेल मुकाबले और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
वहीं, समुद्री चरण में दोनों नौसेनाएं तोपों से फायरिंग अभ्यास, संचार प्रक्रियाएं, नौवहन कौशल, VBSS (विजिट, बोर्ड, सर्च एंड सीज़र) अभियानों और समुद्र में ईंधन भरने जैसी उच्च स्तरीय नौसैनिक गतिविधियों में हिस्सा लेंगी।
यह द्विपक्षीय अभ्यास भारत की प्रमुख समुद्री नीति ‘SAGAR’ (सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल इन द रीजन) यानी "महासागर - क्षेत्र में सुरक्षा और विकास के लिए समावेशी सहयोग" के तहत भारत और श्रीलंका के बीच बढ़ते रणनीतिक और सामरिक रिश्तों का प्रत्यक्ष प्रमाण है।