इन ‘विशेष अतिथियों’ में देशभर के विभिन्न राज्यों, पूर्वोत्तर क्षेत्र और केंद्र शासित प्रदेशों के एससी/एसटी उद्यमियों को शामिल किया गया, जो अपनी मेहनत और उद्यमशीलता से समाज में एक मिसाल कायम कर रहे हैं। उन्हें अपने जीवनसाथियों सहित लाल किले में आयोजित 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने का आमंत्रण दिया गया था।
कार्यक्रम में एमएसएमई सचिव श्री एस. सी. एल. दास और संयुक्त सचिव सुश्री मर्सी एपाओ सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। सभी ने 'विशेष अतिथियों' का गर्मजोशी से स्वागत किया।
सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने कहा,
"प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत 'विकसित भारत' की ओर बढ़ रहा है, जिसमें MSME क्षेत्र की भूमिका निर्णायक है। राष्ट्रीय एससी-एसटी हब योजना के माध्यम से सरकार अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।"
उन्होंने यह भी बताया कि यह योजना 2016 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य एससी/एसटी समुदाय में उद्यमिता को बढ़ावा देना और सरकारी खरीद नीति के तहत उन्हें अधिक अवसर देना है।
राज्य मंत्री सुश्री शोभा करंदलाजे ने कहा,
"एमएसएमई मंत्रालय विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इस क्षेत्र को मजबूती प्रदान कर रहा है। 2047 तक ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य को पाने में एससी/एसटी उद्यमियों की सक्रिय भागीदारी बेहद जरूरी है।"
इस अवसर पर कुछ लाभार्थियों ने अपनी उद्यमशीलता की यात्रा साझा करते हुए सरकार का आभार प्रकट किया और इसे अपने लिए एक अविस्मरणीय सम्मान बताया।