यह यात्रा भारत की समुद्री कूटनीति को और मजबूत करने तथा भारत-मोरक्को के बीच रक्षा संबंधों को गति देने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। बीते दो वर्षों में INS तमाल, कासाब्लांका का दौरा करने वाला तीसरा भारतीय नौसैनिक जहाज बन गया है, जो इस क्षेत्र में भारत की बढ़ती रणनीतिक उपस्थिति को दर्शाता है।
सहयोग और सांस्कृतिक जुड़ाव
तीन दिवसीय इस प्रवास के दौरान INS तमाल के चालक दल ने मोरक्को की नौसेना के साथ कई मिलिट्री-टू-मिलिट्री इंटरैक्शन, क्रॉस डेक विज़िट, खेलकूद, योग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। इन गतिविधियों का उद्देश्य दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी समझ और सहयोग को बढ़ाना था।
इस दौरान जहाज के अधिकारियों ने मोरक्को के वरिष्ठ नौसेना अधिकारियों—कैप्टन रशीद सदराजी, कैप्टन-मेजर हसन अकौली, ब्रिगेडियर जनरल जमाल काजतौफ और रियर एडमिरल मोहम्मद ताहिन से औपचारिक भेंट की। भारत के मोरक्को में राजदूत संजय राणा ने भी जहाज का दौरा किया और दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के साथ संवाद किया।
समुद्री अभ्यास और रणनीतिक साझेदारी
कासाब्लांका से रवाना होते समय INS तमाल ने रॉयल मोरक्कन नेवी के युद्धपोत 'मोहम्मद VI' के साथ एक समुद्री युद्धाभ्यास (Naval Drill) भी किया, जिससे द्विपक्षीय नौसेनिक समन्वय को और मजबूती मिली।
भारत-मोरक्को संबंधों की नई दिशा
INS तमाल की यह यात्रा इस बात का स्पष्ट संकेत है कि भारत, मोरक्को के साथ अपने रणनीतिक और रक्षा सहयोग को गंभीरता से ले रहा है। यह दौरा दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सर्वोत्तम कार्य प्रणालियों के आदान-प्रदान, संयुक्त अभ्यास और भविष्य के सहयोग की संभावनाओं को तलाशने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बनकर उभरा है।
आगामी दिनों में INS तमाल कई अन्य यूरोपीय और एशियाई बंदरगाहों का भी दौरा करेगा, जिससे भारत के बहुपक्षीय संबंधों को और विस्तार मिलेगा।