डॉ. मांडविया ने इस मौके पर साइकिल चलाने को न सिर्फ एक स्वास्थ्यवर्धक अभ्यास बताया, बल्कि इसे "प्रदूषण के समाधान" और 'आत्मनिर्भर भारत' के प्रतीक के रूप में भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा,
“साइकिल चलाना सिर्फ़ एक व्यायाम नहीं, यह एक आंदोलन है – हमारे स्वास्थ्य के लिए, पर्यावरण के लिए और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत के लिए।”
देशभर की पंचायतों को मिला न्योता
दिसंबर 2024 में शुरू हुए इस राष्ट्रीय साइकिलिंग अभियान का यह 35वां संस्करण है, जो अब एक साप्ताहिक जन आंदोलन का रूप ले चुका है। इस सप्ताह, देश की 2.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को इस अभियान में भागीदारी के लिए आमंत्रित किया गया।
डॉ. मांडविया ने बताया कि आज देशभर के 50,000 से अधिक गांवों में पंचायत प्रतिनिधियों ने साइकिल चलाकर ‘फिट इंडिया’ का संदेश दिया।
खेल जगत से भी मिला समर्थन
तीन बार के ओलंपियन और अर्जुन पुरस्कार विजेता राइफल निशानेबाज़ संजीव राजपूत इस आयोजन में विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा,
“जो लोग स्वास्थ्य कारणों से दौड़ नहीं सकते, उनके लिए साइकिलिंग बेहतरीन विकल्प है। यह न केवल शरीर, बल्कि मन को भी सशक्त बनाता है।”
राजपूत ने बताया कि डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में एक 6-7 किलोमीटर लंबा साइक्लिंग ट्रैक है, जिसका उपयोग निशानेबाज रोज़ाना अभ्यास के तौर पर करते हैं।
हरियाणा के पंचायत प्रतिनिधि भी हुए शामिल
दिल्ली में आयोजित इस रैली में हरियाणा के सरपंच – जितेन्द्र (पाली गाँव), प्रदीप कुमार (खलेटा गाँव) और किशन कुमार (केरिया गाँव) ने भाग लिया।
अभिनेता ऋषि भूटानी और नरेश गोसाईं, दिल्ली की प्रमुख रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, मायभारत और ऊर्जा संस्था के प्रतिनिधि भी इस आयोजन में शामिल हुए।
फिटनेस के साथ मनोरंजन भी
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने योग, ज़ुम्बा, रस्सी कूद, बैडमिंटन, और बच्चों के लिए शतरंज, कैरम, लूडो जैसे खेलों में भाग लेकर फिट इंडिया मूवमेंट को जीवंत किया।
देशभर में फैला फिट इंडिया संडेज़ ऑन साइकिल का असर
अब तक यह आंदोलन 40,000 से अधिक स्थानों पर 7 लाख से अधिक लोगों को जोड़ चुका है। इसका संचालन युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारतीय साइक्लिंग महासंघ, डॉ. शिखा गुप्ता की रोप स्किपिंग टीम, राहगीरी फाउंडेशन, माईभारत और माई बाइक्स जैसे संगठनों के सहयोग से किया जा रहा है।
यह अभियान हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश की राजधानियों, SAI के क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (NCOEs), STC और खेलो इंडिया केंद्रों में भी एक साथ चल रहा है।