करणी सेना ने क्यों किया हमला?
यह विवाद तब शुरू हुआ जब 26 मार्च 2025 को राज्यसभा में रामजीलाल सुमन ने राणा सांगा को "गद्दार" कहा। सुमन ने कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को इब्राहिम लोदी के खिलाफ लड़ने के लिए भारत बुलाया था, जिससे देश में मुगलों का शासन स्थापित हुआ। इस बयान से आक्रोशित करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सुमन के आगरा स्थित आवास पर हमला कर दिया, गाड़ियों में तोड़फोड़ की और घर के बाहर प्रदर्शन किया।
शिवपाल यादव का बड़ा बयान :
सपा महासचिव शिवपाल यादव ने कहा,
"यह हमला सुनियोजित था। सुमन को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वे दलित समुदाय से आते हैं। यह बीजेपी सरकार की विफलता को दर्शाता है।"
उन्होंने आगे कहा कि सुमन पर हमला उस दिन हुआ, जब सीएम योगी आदित्यनाथ आगरा में थे, फिर भी पुलिस हमलावरों को रोकने में नाकाम रही।
"माफी नहीं मांगूंगा" - रामजीलाल सुमन :
हमले के बाद रामजीलाल सुमन ने साफ कहा कि वह अपने बयान से पीछे नहीं हटेंगे।
"मैंने जो कहा वह ऐतिहासिक सत्य है। इसे कोई बदल नहीं सकता। मैं इस जन्म में माफी नहीं मांगूंगा," सुमन ने दोहराया।
पुलिस की कार्रवाई और करणी सेना का ऐलान :
पुलिस ने हमले के मामले में दंगा, हत्या का प्रयास, घुसपैठ और लूटपाट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
वहीं, करणी सेना के अध्यक्ष सूरज पाल सिंह अमु ने चेतावनी दी कि अगर सुमन और सपा अपने बयान पर माफी नहीं मांगते, तो आंदोलन और तेज होगा।
आगरा में बढ़ता सियासी टकराव :
इस हमले के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है।
- सपा ने इसे "बीजेपी प्रायोजित हमला" बताया।
- बीजेपी ने कहा कि सुमन के बयान से राजपूत समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
- करणी सेना ने ऐलान किया कि अगर माफी नहीं मांगी गई, तो देशभर में प्रदर्शन होगा।
आगरा में इस घटना को लेकर माहौल गर्म है। प्रशासन हाई अलर्ट पर है, जबकि पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।