मंत्री खींवसर ने कहा कि पिछले वर्ष मौसमी बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के सकारात्मक परिणाम सामने आए थे। इस वर्ष भी सतर्कता बरतते हुए केसों की संख्या नियंत्रित रखने का प्रयास किया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन जिलों में भारी बारिश हो रही है, वहां विशेष निगरानी बरती जाए। उन्होंने अस्पतालों में दवाओं और जांच उपकरणों की उपलब्धता, मानव संसाधन की पूर्ति और फील्ड में सतत निगरानी के निर्देश दिए।
नए चिकित्सा संस्थानों के लिए ज़मीन आवंटन को दी जाए प्राथमिकता
खींवसर ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत स्वीकृत नए संस्थानों के लिए भूमि आवंटन प्रक्रिया को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएमएचओ संबंधित जिला कलेक्टर के माध्यम से इस कार्य को शीघ्र पूर्ण करवाएं, ताकि नए भवनों का निर्माण शुरू हो सके और प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का ढांचा और अधिक मजबूत हो।
अधिकाधिक ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त बनाने के निर्देश
स्वास्थ्य मंत्री ने टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर स्क्रीनिंग, जांच एवं उपचार कार्यक्रम चलाया जाए। उन्होंने जनजागरूकता पर बल देते हुए कहा कि हर स्तर पर प्रयास कर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाना है।
फील्ड में सक्रियता और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर
स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में सक्रिय रहते हुए सभी स्वास्थ्य योजनाओं को ज़मीन पर प्रभावी तरीके से लागू करें। उन्होंने सीएमएचओ को अस्पतालों में दवा, स्टाफ और इलाज की सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
आरजीएचएस में अनियमितता पर होगी सख्त कार्रवाई
राठौड़ ने आरजीएचएस योजना के संचालन को लेकर स्पष्ट किया कि चिकित्सक पूरी पारदर्शिता के साथ नियमों का पालन करें। दवाओं और जांचों में किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि योजना की मॉनिटरिंग राज्य स्तर से की जा रही है और किसी भी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जांच सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान
एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव ने नए भवनों के लिए ज़मीन आवंटन और गैप असेसमेंट प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला अस्पतालों, ट्रोमा सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में जांच सेवाओं को मजबूत करने पर बल दिया।
क्रॉनिक रोगियों की स्क्रीनिंग हेतु लाइनलिस्ट तैयार करने के निर्देश
जन-स्वास्थ्य निदेशक डॉ. रवि प्रकाश शर्मा ने विभिन्न स्वास्थ्य अभियानों की समीक्षा करते हुए पुराने टीबी, डायबिटीज, सिलिकोसिस, एचआईवी और वरिष्ठ नागरिकों की स्क्रीनिंग के लिए लाइनलिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह सूची उपस्वास्थ्य केंद्रों तक साझा की जाए और स्क्रीनिंग के आधार पर आगे की जांच की व्यवस्था की जाए।
बैठक में एनएचएम की अतिरिक्त मिशन निदेशक डॉ. टी. शुभमंगला, आरसीएच निदेशक डॉ. मधु रितेश्वर, ओएसडी डॉ. संतोष गोयल सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सभी जिलों के सीएमएचओ, आरसीएचओ व अन्य अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठक से जुड़े।