इस गरिमामय अवसर पर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का विशेष संदेश भी पढ़ा गया जिसमें उन्होंने गुरु परंपरा की महत्ता को रेखांकित करते हुए सभी धर्मगुरुओं के आशीर्वाद की कामना की।
उप मुख्यमंत्री, मंत्री व विधायकों ने किया संतों का सम्मान
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने
महंत रामदास/रामसेवक दास जी महाराज (पापड़ वाले हनुमान जी, विद्याधर नगर),
महाराज हरिशंकर वेदान्ती (सियाराम दास जी की बगीची, ढहर का बालाजी),
महाराज कौशल्या दास जी (बनीपार्क) का सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़, मंत्री (उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी, खेल व सैनिक कल्याण) ने
महंत सोमानी जी (झारखंड महादेव मंदिर) को सम्मानित किया।
राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा (नगरीय विकास) ने
महंत रामरिछपाल दास (त्रिवेणी धाम, शाहपुरा) का सम्मान किया।
मंत्री मदन दिलावर (विद्यालयी शिक्षा, पंचायती राज व संस्कृत शिक्षा) ने
महंत गोवर्धन दास जी (दादू पालका, भैराणा धाम, दूदू) को सम्मानित किया।
विधायक गोपाल शर्मा (सिविल लाइंस) ने
महंत कैलाश चंद शर्मा (मोती डूंगरी गणेश मंदिर),
स्वामी रामरतनदेवाचार्य जी (नृसिंह मंदिर, नारायणधाम आश्रम),
महाराज अवधेशानंद जी (सिदेश्वर हनुमान मंदिर, नंदपुरी) का सम्मान किया।
विधायक महेंद्र पाल मीणा (जमवारामगढ़) ने
महंत जगमोहनदास जी (हनुमान आश्रम, रोडा नदी),
महंत बलरामदास जी महाराज (बालाजी थली) को सम्मानित किया।
सभी संतों व महंतों को मुख्यमंत्री का शुभकामना संदेश, शॉल, श्रीफल, पुष्पमाला, मिष्ठान एवं ₹2100/- की भेंट भिजवाई गई।
संत समाज ने जताया मुख्यमंत्री का आभार
सम्मान प्राप्त करने वाले सभी धर्मगुरुओं, संतों और महंतों ने राजस्थान सरकार की इस पहल का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि यह पहल ना केवल गुरु परंपरा को सम्मान देने वाली है, बल्कि समाज में आध्यात्मिक मूल्यों को सशक्त करने का भी कार्य करेगी।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर राज्य सरकार द्वारा किए गए इस भव्य आयोजन ने धार्मिक-सांस्कृतिक एकता का संदेश देते हुए समाज में संतों की भूमिका को पुनः प्रतिष्ठित किया है।