निरीक्षण के दौरान श्री जैन ने सचिवालय से रवाना होकर स्टेच्यू सर्किल, गवर्नमेंट हॉस्टल, एम.आई. रोड, रेलवे स्टेशन, हसनपुरा पुलिया, खातीपुरा, झोटवाड़ा रोड, ग्रेनेड मार्ग, वैशाली नगर स्कीम, गौतम मार्ग, विजय द्वार और गांधी पथ वेस्ट तक का गहन दौरा किया। उन्होंने वहां नालों की सफाई, सड़क किनारे कचरे की स्थिति, सार्वजनिक स्थलों की स्वच्छता, और अतिक्रमण की मौजूदगी का बारीकी से जायजा लिया।
शासन सचिव ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि—
* सभी नालों की समुचित सफाई तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित की जाए ताकि जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो।
* प्रत्येक दुकान के सामने डस्टबिन रखना अनिवार्य किया जाए और उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
* चिन्हित जर्जर भवनों को विधिसम्मत रूप से त्वरित ध्वस्त किया जाए।
* जो भी दुकानदार या प्रतिष्ठान स्वच्छता नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, उनके विरुद्ध तत्काल चालान या जुर्माना जारी किया जाए।
निरीक्षण के दौरान कुछ स्थानों पर ढाबा संचालकों और दुकानदारों पर स्वच्छता में लापरवाही बरतने के आरोप में मौके पर ही जुर्माना लगाया गया।
श्री जैन ने अधिकारियों से साफ कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप स्वच्छता के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही को बिल्कुल बर्दाश्त न किया जाए।
इसके साथ ही उन्होंने आम नागरिकों से भी अपील की कि वे जयपुर की स्वच्छता और सुंदरता बनाए रखने में सक्रिय भूमिका निभाएं और एक जिम्मेदार नागरिक की तरह सहयोग करें।
निरीक्षण के दौरान स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक श्री प्रतीक जुईकर, नगर निगम हैरिटेज की आयुक्त डॉ. निधि पटेल, ग्रेटर नगर निगम आयुक्त डॉ. गौरव सैनी, सहित संबंधित उपायुक्त, अभियंता और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।