मंत्री कुमावत ने साफ शब्दों में अधिकारियों को निर्देश दिए कि बजट में स्वीकृत सभी योजनाएं शत-प्रतिशत पूर्ण हों और किसी भी कार्य में कोताही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि घोषित योजनाओं की समयबद्ध क्रियान्विति सुनिश्चित की जाए और गत वर्ष की लंबित योजनाएं भी जल्द से जल्द पूरी की जाएं।
मंदिर भूमि पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती
मंत्री कुमावत ने प्रदेशभर में मंदिरों की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिला कलेक्टर और एसडीएम की मदद से अतिक्रमण की पहचान कर तुरंत कब्जा मुक्त करवाया जाए। साथ ही मंदिरों की आय बढ़ाने के लिए वर्षा ऋतु में मंदिरों की कृषि योग्य भूमि पर फलदार पौधे लगाने के निर्देश भी दिए।
वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में नए आयाम
बैठक में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत वर्ष 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू करने की योजना पर भी चर्चा हुई। इसके साथ ही सिन्धु दर्शन यात्रा योजना के संशोधित प्रारूप को लागू करने और सिख धर्म के दो प्रमुख तीर्थ—श्री पटना साहिब और हजूर साहिब (नांदेड़)—को भी इस योजना में शामिल करने पर विचार किया गया।
बेणेश्वर धाम और गोगामेड़ी के विकास कार्यों को मिलेगी रफ्तार
राजस्थान की आस्था के दो प्रमुख केन्द्र बेणेश्वर धाम और गोगामेड़ी के समग्र विकास के लिए देवस्थान मंत्री कुमावत और राजस्थान धरोहर प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री ओंकार सिंह लखावत ने डीपीआर के आधार पर कार्यों को शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। वहीं, मेंहदीपुर बालाजी और रामदेवरा जैसे अन्य प्रसिद्ध मंदिरों के लिए भी कार्ययोजना तैयार करने पर बल दिया गया।
ऑनलाइन आरती दर्शन और पर्यटन को बढ़ावा
बैठक में देवस्थान विभाग के प्रमुख मंदिरों में सुबह-शाम की आरती के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था के लिए तकनीकी और व्यापक कार्ययोजना तैयार करने पर जोर दिया गया। साथ ही 'भारत गौरव पर्यटक ट्रेन' के इंजन को अधिक आकर्षक रूप देने का भी सुझाव आया।
रिक्त पद होंगे जल्द भरे
देवस्थान विभाग में रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती के लिए भी निर्देश दिए गए, जिससे विभागीय कार्यों में तेजी लाई जा सके।
बैठक में देवस्थान विभाग के शासन सचिव श्री कृष्णकांत पाठक, उप सचिव श्री आलोक सैनी, पर्यटन विभाग के अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।