मंत्री ने स्पष्ट कहा कि आमजन को स्वच्छ व निरंतर पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस दिशा में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी योजनाएं तय समयसीमा में पूरी हों और जल आपूर्ति में गुणवत्ता से कोई समझौता न किया जाए।
पेयजल और बिजली – मूलभूत अधिकार
मंत्री कन्हैयालाल ने कहा कि हर नागरिक को पेयजल व बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं मिलना उसका अधिकार है। राज्य सरकार इस दिशा में संकल्पबद्ध है। उन्होंने चित्तौड़गढ़, निंबाहेड़ा, छोटीसादड़ी सहित विभिन्न क्षेत्रों में जल जीवन मिशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को जिम्मेदारी से कार्य करने के निर्देश दिए।
बंद हैंडपंप-ट्यूबवेल जल्द हों शुरू
ग्रामीण इलाकों में जल संकट की स्थिति न बने, इसके लिए मंत्री ने खराब पड़े हैंडपंपों व ट्यूबवेलों की सूची बनाकर उन्हें जल्द से जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए। शहरी जलप्रदाय योजनाओं में भी गति लाने पर बल दिया गया।
प्रमुख जल परियोजनाओं की समीक्षा
प्रतापगढ़ जिले की जाखम परियोजना व चंबल आधारित पेयजल योजना की भी समीक्षा की गई। मंत्री ने इन योजनाओं के समयबद्ध व प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देते हुए चेतावनी दी कि किसी प्रकार की लापरवाही या देरी सहन नहीं की जाएगी।
जनप्रतिनिधियों ने रखीं समस्याएं
बैठक में निंबाहेड़ा विधायक श्रीचंद्र कृपलानी, चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या व जिला प्रमुख गब्बर सिंह अहीर ने अपने-अपने क्षेत्रों की पेयजल संबंधी समस्याएं रखीं। मंत्री ने हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा कर समाधान हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
शिकायतों का तत्काल समाधान हो – मंत्री का सख्त निर्देश
मंत्री कन्हैयालाल ने अधिकारियों से दो टूक कहा कि पेयजल संकट से जुड़ी किसी भी शिकायत का निस्तारण तत्काल प्राथमिकता पर किया जाए, ताकि आमजन को असुविधा न हो।
बैठक में पूर्व विधायक व भूमि विकास बैंक अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, पूर्व विधायक अशोक नवलखा, अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रभा गौतम, दोनों जिलों के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता व अन्य तकनीकी-अधिकारिक अधिकारी मौजूद रहे।