बारिश के बावजूद जोधपुर डिस्कॉम की टीमें हर अलर्ट कॉल पर मौके पर पहुंचीं। इस दौरान महिला अभियंताओं की फील्ड में विशेष सक्रियता देखने को मिली, जिन्होंने बिजली फॉल्ट्स को निकालने और सप्लाई बहाल करने में पुरुष सहकर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
पोल गिरे, ट्रांसफार्मर फेल हुए, पर डिस्कॉम की टीमें रही अलर्ट
बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली के पोल गिरने, ट्रांसफार्मर में तकनीकी खराबियों जैसी समस्याएं सामने आईं। लेकिन डिस्कॉम की टीमों ने बिना समय गंवाए मौके पर पहुंचकर तुरंत रिपेयर वर्क शुरू किया। कर्मचारी बारिश में भीगते हुए भी उपभोक्ताओं की सुविधा सुनिश्चित करने में लगे रहे।
604 शिकायतों का त्वरित निस्तारण, 73 सुरक्षा समस्याओं पर तुरंत कार्रवाई
डिस्कॉम कंट्रोल रूम को बारिश के दौरान बिजली आपूर्ति बाधित होने की कुल 604 शिकायतें प्राप्त हुईं। सभी मामलों में मौके पर पहुंचकर त्वरित समाधान किया गया। वहीं सुरक्षा से जुड़ी 73 गंभीर शिकायतों को भी फील्ड टीमों ने प्राथमिकता पर हल किया।
यह सारा राहत एवं पुनर्स्थापन ऑपरेशन जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक डॉ. भंवरलाल की सीधी निगरानी में चला। वे लगातार फील्ड स्टाफ और अधीक्षण अभियंताओं से संपर्क में रहे और समय-समय पर दिशा-निर्देश देते रहे।
सावधानी ही सुरक्षा की कुंजी – डॉ. भंवरलाल की आमजन से अपील
प्रबंध निदेशक डॉ. भंवरलाल ने बारिश के दौरान आमजन से बिजली से जुड़ी विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। उन्होंने सात महत्त्वपूर्ण सुरक्षा सुझाव भी साझा किए हैं:
गीले हाथों से कोई भी विद्युत उपकरण न छुएं।
खुले तारों व खंभों से दूरी बनाए रखें।
ट्रांसफार्मर, फ्यूज कंडक्टर जैसी संरचनाओं के पास न जाएं।
घर की अर्थिंग की समय-समय पर जांच करवाएं।
अस्थायी कनेक्शन का प्रयोग न करें।
किसी भी बिजली संबंधी समस्या की सूचना DISCOM हेल्पलाइन 18001806045 पर दें।
बच्चों को जलभराव वाले इलाकों में खेलने से रोकें।
आपात स्थिति में अलर्ट रहें अधिकारी
डॉ. भंवरलाल ने सभी अधीक्षण अभियंताओं को निर्देशित किया है कि वे बारिश के दौरान आपात स्थितियों में तत्काल कार्रवाई करें और आवश्यकता अनुसार अतिरिक्त टीमें तैनात करें। उन्होंने दोहराया कि बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाए रखना विभाग की जिम्मेदारी है, परंतु आमजन की सतर्कता से ही संभावित हादसों से बचा जा सकता है।