इस मौके पर दक्षिण दिल्ली के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी, विधायक गजेंद्र यादव, उप महापौर जय भगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा, निगम आयुक्त अश्वनी कुमार, एमसीडी के वरिष्ठ अधिकारी और कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
उप महापौर जय भगवान यादव ने कहा, "नागरिक न केवल अपने घरों, बल्कि आसपास के क्षेत्रों को भी साफ रखें। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत दिल्ली में सफाई अभियान सफल रहा है। पिछले एक महीने में कई इलाकों की सफाई की गई है। बाढ़ की स्थिति में सुधार के बाद हम सफाई और सड़क मरम्मत का काम जारी रखेंगे।"
उन्होंने बताया कि यह स्वच्छता अभियान 2 अक्टूबर तक चलेगा और भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित होंगे ताकि नागरिक जागरूक रहें और सक्रिय भागीदारी करें।
स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा ने कहा, "मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली को स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प लिया गया है। स्वच्छता एक दिन की बात नहीं, बल्कि हमारी जीवनशैली का हिस्सा होनी चाहिए। सड़कों को कचरा मुक्त बनाने के लिए जनता की भागीदारी बहुत जरूरी है।"
यह कार्यक्रम EcoWings Foundation, UBOONTU Foundation और अन्य गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से "कचरा मुक्त दिल्ली" थीम पर आयोजित किया गया। इसमें चित्रकला, एरोबिक्स और सांस्कृतिक नृत्य के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया गया।
सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने एमसीडी के प्रयासों की सराहना की और कहा, "हमारे सफाई कर्मचारी दिन-रात स्वच्छ दिल्ली के लिए काम कर रहे हैं। लेकिन बढ़ती आबादी की चुनौतियों के बीच और अधिक सफाई कर्मचारियों की जरूरत है। दिल्ली को विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए सभी विभाग और नागरिक मिलकर काम कर रहे हैं।"
निगम आयुक्त अश्वनी कुमार ने नागरिकों से स्वच्छ और हरा-भरा दिल्ली बनाने में सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा, "स्वच्छता हमारी प्राथमिकता है। सफाई कर्मचारी कठिन परिस्थितियों में भी पर्यावरण को साफ रखने के लिए मेहनत कर रहे हैं। लेकिन इसके लिए सामूहिक भागीदारी और घरेलू कचरा निपटान में सुधार जरूरी है।"
उन्होंने बताया कि पिछले एक महीने से चल रहे स्वच्छता अभियान में दिल्ली भर से रोजाना 1000 मीट्रिक टन से अधिक कचरा उठाया जा रहा है। खासकर झुग्गी-झोपड़ियों, जेजे क्लस्टर, रेलवे ट्रैक के किनारे और कार्यालय परिसरों जैसे मुश्किल क्षेत्रों में सफाई की गई है।
कार्यक्रम में 400 से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें एमसीडी कर्मचारी, स्कूली बच्चे, नागरिक और स्थानीय आरडब्ल्यूए शामिल थे। प्रतिभागियों ने स्वच्छता दीवार पर अपने संकल्प लिखे। नृत्य प्रस्तुतियों और भाषणों के जरिए स्वच्छता में समुदाय की भूमिका पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम का समापन एक सम्मान समारोह के साथ हुआ, जिसमें स्कूली बच्चों के प्रयासों को पुरस्कृत किया गया। दिल्ली नगर निगम भविष्य में भी ऐसे सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि नागरिकों में स्वच्छता और पर्यावरण जागरूकता बढ़े।