मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सबका श्रम, सबकी सहभागिता’ की भावना के साथ जल संरक्षण को जनमानस का अभियान बनाया जाए। प्रत्येक गांव, शहर, पंचायत से लेकर हर वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि जल स्रोतों की पूजन, कलश यात्रा, स्वच्छता एवं जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित किया जाए।
10 नई जलग्रहण परियोजनाएं होंगी शुरू
जल स्वावलम्बन पखवाड़े के दौरान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 10 नई जलग्रहण परियोजनाओं की शुरुआत की जाएगी। इसके अलावा, जल संरक्षण संरचनाओं के लोकार्पण और नवीनीकरण, रेलवे स्टेशनों पर जल सेवा, पक्षियों के लिए परिंडे लगाने जैसे जनहितकारी प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएसआर फंड और भामाशाहों के सहयोग से क्राउड फंडिंग के जरिए जल संरचनाओं का निर्माण करवाया जा रहा है।
पर्यावरण संरक्षण के साथ वृक्षारोपण की तैयारी
मुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि ‘मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान’ और ‘हरियालो राजस्थान’ मिशन के तहत राज्य ने बीते वर्ष 7 करोड़ पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाया था। इस वर्ष 11 करोड़ पौधों के लक्ष्य को लेकर मानसून से पूर्व तैयारियों के निर्देश भी दिए गए हैं।
योग दिवस का आयोजन पर्यटन स्थलों पर
योग दिवस (21 जून) को भी राज्य सरकार बड़े स्तर पर मनाने जा रही है। श्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान की धरोहर और पर्यटन स्थलों पर योगाभ्यास का आयोजन हो, जिससे योग और संस्कृति का समन्वय स्थापित हो। इसके अलावा ग्राम पंचायतों, आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में भी योग शिविर आयोजित होंगे।
अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर होंगे विशेष कार्यक्रम
बैठक में मुख्यमंत्री ने महान समाजसेविका अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में होने वाले आयोजनों की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश भी दिए। इस बैठक में विभागीय उच्चाधिकारी मौजूद रहे, वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर भी जुड़े।
"गंगादशमी और विश्व पर्यावरण दिवस का दुर्लभ संयोग" | Photo Source : DIPR