मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री महाजन ने बैठक के दौरान स्पष्ट किया कि लोकतंत्र की नींव को मजबूत बनाए रखने तथा चुनावी प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और समावेशी बनाने के लिए यह अभियान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने जयपुर संभाग के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण, जनसंपर्क, निगरानी और दस्तावेज संकलन की प्रक्रिया को प्रभावी ढंग से लागू करें।
हर योग्य नागरिक तक पहुँचना हमारा लक्ष्य – महाजन
श्री महाजन ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश देते हुए कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल हो। उन्होंने कहा कि बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) को बेसिक ओरिएंटेशन प्रदान करना जरूरी है ताकि ज़मीनी स्तर पर ही मतदाता से जुड़ी शंकाओं का समाधान हो सके।
उन्होंने नगर निगम क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर हेल्प डेस्क स्थापित करने की आवश्यकता जताई और कहा कि इन डेस्कों पर जिम्मेदार और जागरूक कर्मियों की तैनाती होनी चाहिए, जिससे आमजन को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
राजनीतिक दलों के साथ समन्वय भी जरूरी
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि राजनीतिक दलों के साथ समन्वय करते हुए बूथ लेवल एजेंट्स की शीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि पोलिंग स्टेशनों के रेशनलाइजेशन का कार्य मतदाता संख्या, दूरी, पहुंच और मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाए।
प्रशिक्षण प्रक्रिया में भी तेजी
निर्वाचन विभाग ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को चरणबद्ध रूप से क्रियान्वित किया है।
2 जुलाई 2025 को नामित मास्टर ट्रेनर, डिप्टी डीईओ एवं पीआरओ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
3 से 15 जुलाई तक सभी बीएलओ को छोटे बैचों में प्रशिक्षण दिया गया।
इसके बाद 16, 18 और 21 जुलाई को राज्यभर से चयनित 271 मास्टर ट्रेनर्स को विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अंत में सभी अधिकारियों से कहा कि वे अभियान की प्रत्येक गतिविधि को गंभीरता से लें और तय समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।