ऊर्जा मंत्री कोटा के इंडस्ट्रियल एरिया में प्रस्तावित 220 केवी के ग्रिड सब स्टेशन स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि हमारी प्राथमिकता रहेगी कि 132 केवी जीएसएस को अपग्रेड करने के बजाय नए 220 केवी के सब स्टेशन बनाए जाएं, जिससे प्रसारण तंत्र और अधिक मज़बूत हो सके।
2027 से पहले सभी किसानों को दिन में बिजली—ऊर्जा मंत्री
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का विजन है कि वर्ष 2027 से पहले राज्य के सभी किसानों को दिन के समय बिजली उपलब्ध कराई जाए। फिलहाल प्रदेश के 75% किसानों को दिन में बिजली दी जा रही है। शेष किसानों तक बिजली पहुंचाने के लिए नए जीएसएस स्थापित किए जा रहे हैं और पुराने स्टेशनों को अपग्रेड किया जा रहा है।
नवीकरणीय ऊर्जा में तेजी, राजस्थान की बड़ी भूमिका
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि सौर और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में बीते डेढ़ साल में उल्लेखनीय कार्य हुआ है। इससे न केवल पीक आवर्स में मांग की पूर्ति होगी बल्कि सस्ती और पर्याप्त बिजली भी जनता को मिल सकेगी। उन्होंने जानकारी दी कि एनटीपीसी और कोल इंडिया जैसे केंद्रीय उपक्रमों के साथ 2060 करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश में ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 500 गीगावॉट करना है, जिसमें राजस्थान का योगदान 125 गीगावॉट रहेगा। उन्होंने भरोसा जताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान जल्द ही ऊर्जा के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा।
समयबद्ध और गुणवत्ता युक्त कार्यों पर ज़ोर
ऊर्जा मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वीकृत परियोजनाओं को गुणवत्ता के साथ तय समय सीमा में पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि जिस गति से परियोजनाएं मंजूर हो रही हैं, उसी तेजी से ज़मीन पर कार्य भी नज़र आना चाहिए।
इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री श्री नागर ने परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।