बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री विश्नोई ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश के समग्र विकास हेतु कई महत्त्वपूर्ण घोषणाएं, अभियान और निर्णय लिए हैं, जो सरकार की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जनप्रतिनिधियों से समन्वय करते हुए योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति सुनिश्चित करें।
पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल देते हुए मंत्री विश्नोई ने पौधारोपण के लक्ष्यों को गंभीरता से पूरा करने की बात कही। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी विभाग आगामी पौधारोपण अभियान की विस्तृत कार्य योजना तैयार कर शीघ्र प्रस्तुत करें। साथ ही, उन्होंने उन परियोजनाओं पर भी चर्चा की जो बजट में घोषित होने के बावजूद अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं, और उनके क्रियान्वयन में आ रही अड़चनों को दूर करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
राज्य मंत्री श्री देवासी ने भी बैठक को संबोधित किया और कहा कि विकास कार्यों की प्रभावी क्रियान्विति के लिए अधिकारियों को पूरी गंभीरता से कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कार्य की नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जाए और जनप्रतिनिधियों एवं उच्चाधिकारियों से समन्वय बनाकर समस्याओं का समाधान निकाला जाए।
बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, कृषि, ग्रामीण विकास, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, जल संसाधन, ऊर्जा (डिस्कॉम) और सूचना प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी बजट घोषणाओं की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री श्री विश्नोई ने इस अवसर पर प्रेस प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने मात्र 18 माह में कई जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास कार्यों के माध्यम से उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल की हैं। उन्होंने कहा कि "वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान" के तहत जल संरचनाओं की पूजा, सफाई, पौधारोपण और जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं। साथ ही, "पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़ा" के अंतर्गत आमजन की समस्याओं का शीघ्र समाधान किया गया।
प्रभारी मंत्री ने सरकार की 18 माह की उपलब्धियों का तुलनात्मक विवरण भी प्रस्तुत करते हुए पूर्ववर्ती सरकार की कार्यशैली से उसका फर्क स्पष्ट किया।