‘‘अंत्योदय संबल पखवाड़ा’’ : गरीबों की सहायता का ठोस माध्यम
24 जून से 9 जुलाई तक प्रदेश भर में आयोजित पंडित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाड़े के तहत चल रहे शिविरों में आमजन को एक ही जगह सभी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन शिविरों में नामांतरण, रास्ते, पशु टीकाकरण, पेयजल टंकी सफाई, बिजली तार सुधार जैसे जरूरी कार्य तत्परता से किए जा रहे हैं, जिससे आमजन को सीधा लाभ मिल रहा है।
महिला और युवा कल्याण में जुटी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण को विशेष प्राथमिकता देते हुए लखपति दीदी योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, लाड़ो प्रोत्साहन योजना, कालीबाई भील स्कूटी योजना जैसे कई कार्यक्रमों को गति दी जा रही है।
युवाओं की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने डेढ़ साल में 69 हजार से अधिक नियुक्तियां दी हैं, जबकि 1.88 लाख पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है।
“हमारी सरकार में एक भी पेपरलीक नहीं हुआ है, जो पारदर्शिता का प्रमाण है।”
किसानों के लिए बड़े फैसले
श्री शर्मा ने कहा कि गोपाल क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि, गेहूं का समर्थन मूल्य बढ़ाना, मूंगफली की खरीद अवधि बढ़ाना जैसे कदम किसानों के हित में उठाए गए हैं।
जल संकट को दूर करने के लिए रामजल सेतु लिंक परियोजना (ईआरसीपी) और यमुना जल समझौता पर कार्य तेज गति से चल रहा है। साथ ही गंगनहर और इंदिरा गांधी नहर परियोजनाओं के विकास हेतु 4,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
गरीबी मुक्त गांव की ओर राजस्थान
राज्य सरकार की पंडित दीनदयाल गरीबी मुक्त गांव योजना के तहत 5,000 गांवों को बीपीएल मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि 10,000 गांवों में बीपीएल परिवारों की पहचान और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का काम जारी है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में भी विस्तार करते हुए 51 लाख नए परिवारों को जोड़ा गया है।
श्रीडूंगरगढ़ को मिलेगा ट्रोमा सेंटर
मुख्यमंत्री ने श्रीडूंगरगढ़ में ट्रोमा सेंटर निर्माण के लिए बजट और संसाधन मुहैया कराने का वादा किया। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकार पर बिना बजट के घोषणा करने का आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘ऑपरेशन सिंदूर’’ और सिंधु जल समझौते पर लिए गए कड़े निर्णय का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने देश की सुरक्षा नीति की मजबूती का उल्लेख किया।
समारोह में दिग्गजों की मौजूदगी
इस मौके पर खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री सुमित गोदारा, श्री रामगोपाल सुथार, राजेन्द्र राठौड़, विधायक सिद्धि कुमारी, ताराचंद सारस्वत, विश्वनाथ मेघवाल, अंशुमान सिंह भाटी समेत अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।