बैठक में पेयजल आपूर्ति में सुधार, गर्मी के मौसम की तैयारियां, और जल संरक्षण से जुड़े उपायों पर विशेष जोर दिया गया। मंत्री ने कहा कि "राज्य सरकार जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और हर घर तक शुद्ध व पर्याप्त जल पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।"
फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
मंत्री चौधरी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे फ्लोराइड प्रभावित क्षेत्रों में वैकल्पिक जल स्रोतों और शुद्धिकरण तकनीकों को प्राथमिकता दें ताकि वहां के नागरिकों को पीने योग्य पानी मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को जल संकट से निपटने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए।
ग्रीष्मकालीन तैयारियों की समीक्षा
गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए मंत्री ने विभागीय तैयारियों की समीक्षा की और जल संग्रहण, वर्षा जल संचयन और जल बचत तकनीकों को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि "कम वर्षा वाले क्षेत्रों में विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी, ताकि जल संकट को दूर किया जा सके।"
महत्वपूर्ण जल परियोजनाओं को मिली मंजूरी
मंत्री ने बैठक में उम्मेदसागर धवा समदड़ी खंडप परियोजना, पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना परियोजना, और बाड़मेर लिफ्ट परियोजना से जुड़ी समस्याओं के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। साथ ही अगले एक माह में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था में सुधार करने को कहा।
पाइपलाइन मरम्मत और सड़क सुधार कार्य को मिली प्राथमिकता
रूडिप अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि पाइपलाइन डालते समय क्षतिग्रस्त लाइनों की तुरंत मरम्मत करें और साथ ही सड़कों की मरम्मत कार्य को प्राथमिकता पर लिया जाए। मंत्री ने स्पष्ट किया कि यदि इन कार्यों को समय पर पूरा नहीं किया गया, तो पेयजल विभाग को परियोजना हस्तांतरित नहीं की जाएगी।
बैठक में प्रशासनिक और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस बैठक में जिला कलक्टर श्री सुशील कुमार यादव, जिला पुलिस अधीक्षक श्री अमित जैन, सिवाना विधायक श्री हमीरसिंह भायल, चौहटन विधायक श्री आदूराम मेघवाल, बाड़मेर विधायक श्रीमती प्रियंका चौधरी, श्री स्वरूप सिंह खारा समेत जलदाय विभाग व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सरकार का स्पष्ट संदेश है – जल ही जीवन है, और हर नागरिक को शुद्ध जल की उपलब्धता सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।