इस अवसर पर देवस्थान एवं कार्मिक विभाग के सचिव श्री के. के. पाठक, उप शासन सचिव श्री आलोक सैनी, सहायक आयुक्त रतनलाल योगी सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
56 हजार वरिष्ठ नागरिक करेंगे तीर्थ यात्रा
देवस्थान मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा अनुसार इस वर्ष 56,000 वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थयात्रा का लाभ मिलेगा। इनमें से 50,000 यात्री एसी रेलगाड़ियों से तथा 6,000 वरिष्ठजन हवाई यात्रा से तीर्थ दर्शन करेंगे।
ऑनलाइन आवेदन 10 अगस्त 2025 तक पोर्टल पर किए जा सकते हैं।
पात्रता की शर्तें —
आवेदक 60 वर्ष या उससे अधिक आयु का होना चाहिए।
राजस्थान का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
आवेदक का जन्म 1 अप्रैल 1966 से पहले का होना चाहिए।
आवेदक आयकरदाता नहीं होना चाहिए।
जो लोग पहले चयनित होकर स्वेच्छा से यात्रा नहीं गए थे, वे इस बार पात्र नहीं होंगे।
कैसे करें आवेदन?
इच्छुक वरिष्ठजन देवस्थान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं:
https://devasthan.rajasthan.gov.in
यहां यात्रा से जुड़ी विस्तृत दिशा-निर्देश भी उपलब्ध हैं।
आवेदन के बाद जिला स्तरीय समिति पात्र आवेदकों का चयन करेगी। साथ ही 100% अतिरिक्त यात्रियों की प्रतीक्षा सूची भी बनाई जाएगी। एक ट्रेन में अधिकतम 800 यात्री तीर्थ यात्रा करेंगे।
15 रूट, 40 तीर्थस्थलों का दर्शन
इस बार रेल यात्रा के लिए 15 रूट तय किए गए हैं, जिनके माध्यम से यात्रियों को लगभग 40 प्रमुख तीर्थ स्थलों के दर्शन का अवसर मिलेगा। इनमें शामिल हैं:
उत्तर भारत: हरिद्वार, ऋषिकेश, अयोध्या, वाराणसी, सारनाथ, मथुरा, वृंदावन, आगरा
दक्षिण भारत: तिरुपति, पदमावती, रामेश्वरम, मदुरै
पूर्व भारत: कामाख्या, गंगासागर, कोलकाता, बिहार शरीफ, पावापुरी
पश्चिम भारत: द्वारका, सोमनाथ, नागेश्वर, गोवा
सिख तीर्थ: स्वर्ण मंदिर, पटना साहिब, हजूर साहिब (नांदेड़)
अन्य स्थान: उज्जैन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, त्रयंबकेश्वर, एलोरा आदि।
राजस्थानी संस्कृति से सजेगी तीर्थ ट्रेन
मंत्री कुमावत ने बताया कि तीर्थ यात्रा के लिए विशेष रूप से तैयार की गई ट्रेनों में राजस्थानी संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। 11 कोचों वाली इन ट्रेनों पर लोक कलाओं, तीज-त्यौहार, मंदिरों व दुर्गों की भव्य झांकी होगी।
हर ट्रेन में डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ, यात्रियों के ठहरने के लिए होटल व ट्रांसपोर्ट सुविधा, मंदिर दर्शन व्यवस्था, तथा नाश्ता, सुबह-शाम का भोजन भी देवस्थान विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।