राज्यमंत्री श्री शर्मा ने इस मौके पर कहा कि सनातन संस्कृति में श्रावण मास का विशेष महत्व है। यह महीना भक्ति और प्रकृति के अद्भुत समन्वय का प्रतीक होता है। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां इस माह में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है, वहीं अच्छी वर्षा से कृषक और जनसामान्य के जीवन में समृद्धि आती है।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर है, जहां हर वर्ग के हितों का ध्यान रखा जा रहा है। इसी भावना से देवस्थान विभाग द्वारा राज्यभर के मंदिरों में रूद्राभिषेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।
राज्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि प्रदेश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए देश-विदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों की तीर्थयात्रा हवाई जहाज व रेल मार्ग से करवाई जा रही है। इसके साथ ही मंदिरों में सेवा करने वाले पुजारियों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है।
श्रद्धालुओं के साथ कतार में लगकर किए दर्शन
मंत्री श्री शर्मा ने सादगी और जनसंपर्क का परिचय देते हुए मंदिर में दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के साथ कतार में लगकर दर्शन किए। उनके इस व्यवहार ने आमजन के बीच सादगी और संवेदनशीलता की मिसाल पेश की। मंदिर के महंत पं. जितेंद्र खेड़ापति ने वैदिक विधि-विधान से रूद्राभिषेक और पूजन सम्पन्न करवाया।
श्रद्धालुओं ने मंत्री के इस अभिनव और सादगीपूर्ण व्यवहार की सराहना करते हुए कहा कि श्री शर्मा का आचरण राजनीति में सादगी और सुचिता का प्रेरणास्रोत है।