गुरुवार को विभागीय मुख्यालय में हुई समीक्षा बैठक में शासन सचिव श्रीमती अर्चना सिंह और आयुक्त श्री संदेश नायक ने अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए कि प्रचार-प्रसार कार्य रचनात्मक, सूचनापरक और जनहितकारी होना चाहिए। शासन सचिव ने कहा कि वर्तमान दौर में जनसंपर्क के स्वरूप में तेजी से बदलाव आ रहा है। तकनीक के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए अब प्रचार के नए उपकरणों को अपनाना समय की आवश्यकता है।
उन्होंने विभागीय शाखा प्रभारियों से उनके कार्यों की विस्तार से जानकारी ली और कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं की ब्रांडिंग इस ढंग से की जाए कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक उसका लाभ सही समय पर पहुंचे। उन्होंने यह भी जोर दिया कि प्रचार कार्यों में लक्षित वर्ग विशेष पर विशेष ध्यान दिया जाए।
इस दौरान सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त श्री संदेश नायक ने विभिन्न मीडिया माध्यमों जैसे— प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल और आउटडोर मीडिया की प्रभावशीलता पर चर्चा करते हुए कहा कि विभाग सरकार की आंख, कान और नाक की भूमिका निभाता है। उन्होंने अधिकारियों से सकारात्मक व रचनात्मक सोच के साथ कार्य करने और जनसंपर्क के माध्यम से जनजीवन को बेहतर बनाने का आह्वान किया।
श्री नायक ने आरजेएचएस, पत्रकार अधिस्वीकरण तथा पत्रकार कल्याण से जुड़े मुद्दों की भी समीक्षा की और इन्हें प्राथमिकता से निपटाने के निर्देश दिए।
समीक्षा के पश्चात सचिव और आयुक्त ने मुख्यालय स्थित विज्ञापन, क्षेत्रीय प्रचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, समाचार, प्रकाशन, छायाचित्र, शोध एवं संदर्भ शाखाओं का दौरा कर वहां किए जा रहे कार्यों का अवलोकन किया। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी शाखाओं को आवश्यक संसाधन मुहैया कराए जाएंगे, ताकि कार्यप्रणाली में और अधिक दक्षता लाई जा सके।
बैठक एवं दौरे के दौरान अतिरिक्त निदेशक (प्रशासन) श्री अरविंद सारस्वत, अतिरिक्त निदेशक (सूजस) सुश्री नर्बदा इंदौरिया, वित्तीय सलाहकार श्री वीरेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक (प्रशासन) श्री मनमोहन हर्ष, संयुक्त निदेशक (पीआरबी) सुश्री शिप्रा भटनागर, उप निदेशक (सोशल मीडिया) श्री विजय खंडेलवाल, उप निदेशक (इलेक्ट्रोनिक मीडिया) श्री तरुण जैन, उप निदेशक (संवाद) श्री ओटाराम चौधरी, उप निदेशक (पत्रकार शाखा) श्री अजय कुमार, मुख्य फोटो अधिकारी श्री छोटू लाल जीनगर सहित अनेक विभागीय अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।