श्री पटेल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार समावेशी और सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के पहले ग्रीन बजट के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है, जो सरकार की दूरदर्शिता और जिम्मेदारी का प्रमाण है।
हर परिवार की भागीदारी से लगाए जाएंगे 10 करोड़ पौधे
मंत्री पटेल ने जानकारी दी कि पिछले वर्ष अभियान के तहत 7 करोड़ पौधे लगाए गए थे, वहीं इस वर्ष लक्ष्य को बढ़ाकर 10 करोड़ पौधों तक किया गया है। इस बार हर परिवार की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे वृक्षारोपण जन आंदोलन का रूप ले सके।
हरित और सुरक्षित भविष्य का संकल्प
अपने संबोधन में श्री पटेल ने कहा, “यह महाअभियान केवल पौधे लगाने तक सीमित नहीं है, यह भावी पीढ़ियों के लिए एक हरित और सुरक्षित भविष्य की नींव रखने का प्रयास है।” उन्होंने जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौती की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए अधिकाधिक वृक्षारोपण की आवश्यकता पर बल दिया।
रोजगार और विकास की बड़ी घोषणाएं
मंत्री पटेल ने बताया कि राज्य सरकार इस वर्ष 1.25 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियों में अवसर प्रदान कर रही है। लंबे समय से लंबित ड्राइवर और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्तियाँ प्रक्रियाधीन हैं। इसके साथ ही नर्सिंग पदों की भर्ती पूरी कर ली गई है और मेडिकल ऑफिसर्स की नियुक्तियाँ भी शीघ्र दी जाएंगी।
लूणी क्षेत्र में सड़कों के लिए 4 अरब की स्वीकृति
उन्होंने लूणी क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को लेकर भी अहम घोषणाएँ कीं। मंत्री ने बताया कि क्षेत्र में आधुनिक सड़क तंत्र के विकास के लिए 4 अरब रुपये से अधिक के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। साथ ही 5,000 से अधिक जनसंख्या वाले गांवों में 'अटल प्रगति पथ' का निर्माण चरणबद्ध तरीके से कराया जा रहा है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का आह्वान
कार्यक्रम के अंत में श्री पटेल ने सभी ग्रामीणों से ‘एक पेड़ मां के नाम’ लगाने का आह्वान किया। उन्होंने विद्यालयों एवं सामुदायिक स्थलों को स्वच्छ और हरित बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि पर्यावरण की रक्षा हम सबकी साझा जिम्मेदारी है।
यदि आप चाहें तो इसे समाचार पत्र की लेआउट शैली, रेडियो बुलेटिन स्क्रिप्ट या सोशल मीडिया पोस्ट के रूप में भी रूपांतरित कर