इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वंचित और बेसहारा बच्चों को कानूनी पहचान दिलाना है, ताकि उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं एवं विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं का लाभ मिल सके।
डीएलएसए की सचिव श्रीमती पल्लवी शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि साथी अभियान, राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण की एक विशेष पहल है, जिसके तहत उन बच्चों को चिन्हित कर आधार रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है जो या तो बेसहारा हैं या जिनके पास कोई कानूनी दस्तावेज नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि "इन बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का सबसे पहला और अहम कदम है उन्हें कानूनी पहचान देना, जिससे वे शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं का लाभ उठा सकें।"
इस अवसर पर सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग और यूआईडीएआई (UIDAI) के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे, जिनके सहयोग से 65 बच्चों का आधार रजिस्ट्रेशन किया गया।
कार्यक्रम के आयोजन में सुरमन संस्थान की ओर से श्री प्रवीण कायथ, श्रीमती मधु शर्मा एवं श्री रवि उपस्थित रहे। इसके अलावा डीएलएसए और आईटी विभाग के अधिकारी व कर्मचारीगण भी शिविर में मौजूद रहे।
यह पहल न केवल कानूनी पहचान सुनिश्चित करती है, बल्कि इन बच्चों को एक सुरक्षित और सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर करने की दिशा में एक मजबूत कदम भी है।