सोमवार को सचिवालय स्थित पंचायती राज भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में मंत्री ने साफ कहा कि हर ग्राम पंचायत में प्रतिदिन सफाई अनिवार्य है। जिन ग्राम पंचायतों में सफाई के टेंडर हो चुके हैं, वहां 1 अगस्त से नियमित सफाई कार्य शुरू कर दिया जाए।
मंत्री दिलावर ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया कि टेंडर होने के बावजूद यदि सफाई कार्य नियमित रूप से नहीं हो रहा है तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिन पंचायतों में अब तक सफाई के टेंडर नहीं हुए हैं, वहां शीघ्रता से यह प्रक्रिया पूरी की जाए।
पंचायती राज मंत्री ने अधिकारियों द्वारा किए गए फील्ड विजिट और रात्रि विश्राम की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायतों में गंदगी पाई जाने पर उत्तरदायी अधिकारियों पर कार्रवाई तय है।
बैठक में उन्होंने कार्य की समयबद्धता और जीरो पेंडेंसी सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कार्यों में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अब ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समय से कार्य पूर्ण करना ही प्राथमिकता है।
बैठक में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण), पंचायती राज एवं वाटरशेड विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की गई। इस अवसर पर स्वच्छ भारत मिशन की निदेशक श्रीमती सलोनी खेमका, अतिरिक्त आयुक्त एवं संयुक्त सचिव श्री बृजेश कुमार चंदोलिया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।