डॉ. यादव शनिवार को कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय संगोष्ठी ‘स्वदेशी से स्वावलंबन’ को संबोधित कर रहे थे। यह आयोजन जन अभियान परिषद एवं स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में हुआ।
स्वदेशी से आत्मनिर्भरता की ओर कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी वस्तुएं गुणवत्ता, किफायत और मजबूती के साथ साथ रोजगार का साधन भी हैं। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे स्वयं स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। यह न केवल आर्थिक राष्ट्रनिर्माण है बल्कि सच्ची राष्ट्रसेवा भी है।
मुख्यमंत्री ने मंच से उपस्थितजन को स्वदेशी उपयोग की शपथ भी दिलाई और कहा कि यही संकल्प आत्मनिर्भर भारत का आधार बनेगा।
पोस्टर, ब्रोशर विमोचन और एमओयू
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्वदेशी अभियान से संबंधित पोस्टर और ब्रोशर का विमोचन किया, जिसमें देशी उत्पादों की सूची भी शामिल है। इस अवसर पर जन अभियान परिषद और स्वदेशी जागरण मंच के बीच स्वदेशी उत्पादों के प्रचार-प्रसार हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
संगोष्ठी का शुभारंभ
कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ दीप प्रज्वलन और भारत माता को पुष्प अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री को तुलसी का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम के समापन पर उन्हें स्मृति चिन्ह स्वरूप मिट्टी से निर्मित गणेश प्रतिमा भेंट की गई।
पर्यटन, उद्योग और पर्यावरण पर भी फोकस
डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार पर्यटन, लघु उद्योग और खनन क्षेत्रों में भी सक्रियता से कार्य कर रही है। उन्होंने उज्जैन के महाकाल लोक में 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेशभर में रोजगारपरक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए निवेशकों को प्रोत्साहन राशि और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
जन अभियान परिषद की सक्रिय भागीदारी
परिषद के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर ने बताया कि 25 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वदेशी जागरण सप्ताह मनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि विगत अभियानों— ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ और ‘एक पेड़ मां के नाम’—में लाखों लोगों की सहभागिता सुनिश्चित की गई है। इस वर्ष गणेशोत्सव में प्रदेश के 10 लाख से अधिक घरों में मिट्टी के गणेश स्थापित कराने का लक्ष्य सफलतापूर्वक पूर्ण किया गया।
प्रमुख वक्ताओं की मौजूदगी
संगोष्ठी में स्वदेशी जागरण मंच के वरिष्ठ राष्ट्रीय पदाधिकारी श्री सुधीर दाते, अखिल भारतीय संगठक श्री कश्मीरी लाल, राष्ट्रीय संयोजक श्री आर. सुंदरम, जन अभियान परिषद के कार्यपालक निदेशक डॉ. बकुल लाड़ सहित अनेक प्रबुद्धजन, सामाजिक कार्यकर्ता और अभियान से जुड़े हितधारक उपस्थित रहे।