मामले की पृष्ठभूमि और आरोप:
धर्म सिंह छोकर, उनके बेटों सिकंदर छोकर (जमानत पर रिहा) और विकास छोकर (फरार), और उनकी रियल एस्टेट कंपनियों, जिन्हें सामूहिक रूप से महिरा ग्रुप के नाम से जाना जाता है, पर गुरुग्राम के सेक्टर 68, 103 और 104 में किफायती हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप है। ED की जांच गुरुग्राम पुलिस द्वारा दर्ज चार FIRs पर आधारित है, जिनमें महिरा ग्रुप की कंपनियों, जैसे M/s Sai Aaina Farms Pvt. Ltd. (अब महिरा इन्फ्राटेक Pvt. Ltd.) और M/s D S Home Construction Pvt. Ltd., पर जालसाजी और फंड्स के दुरुपयोग के आरोप शामिल हैं।
ED के अनुसार, महिरा ग्रुप ने 3700 होमबायर्स से लगभग 616 करोड़ रुपये इकट्ठा किए, लेकिन तय समय पर फ्लैट्स डिलीवर करने में विफल रहा। जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी ने नकली चालानों के जरिए निर्माण लागत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया और होमबायर्स से प्राप्त फंड्स को निजी लाभ के लिए डायवर्ट किया। फंड्स को संबद्ध संस्थाओं को लोन के रूप में ट्रांसफर किया गया, जो वर्षों से बकाया हैं। इसके अलावा, कंपनी ने नकली बैंक गारंटी और जाली दस्तावेजों के जरिए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के लिए लाइसेंस प्राप्त किए।
ED की कार्रवाई और संपत्तियों की कुर्की:
ED ने इस मामले में पहले भी कई बड़ी कार्रवाइयां की हैं। मार्च 2025 में, ED ने PMLA (मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम) के तहत छोकर, उनके बेटों, और उनकी कंपनी M/s Sai Aaina Farms Pvt. Ltd. से संबंधित 44.55 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया था। इनमें दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद और पानीपत में 13 अचल संपत्तियां (3 एकड़ कृषि भूमि, 2487 वर्ग मीटर व्यावसायिक भूमि, 8 आवासीय फ्लैट) और 96 लाख रुपये के फिक्स्ड डिपॉजिट और बैंक खातों में मौजूद राशि शामिल हैं।
इसके अलावा, फरवरी 2024 में, ED ने M/s D S Home Construction Pvt. Ltd., सिकंदर छोकर, विकास छोकर और अन्य से संबंधित 36.52 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क किया था, जिसे बाद में अधिनिर्णय प्राधिकरण ने पुष्टि की। जुलाई 2023 में भी ED ने महिरा ग्रुप से जुड़े संपत्तियों, वाहनों, कार्यालयों, नकदी और आभूषणों को जब्त किया था।
धर्म सिंह छोकर का राजनीतिक सफर:
धर्म सिंह छोकर, जो हरियाणा के पानीपत जिले के समालखा विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं, ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस (HJC) से की थी। बाद में HJC के कांग्रेस में विलय के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए। वे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन्हें समालखा से टिकट दिया गया, लेकिन वे बीजेपी के मनमोहन भदाना से हार गए।
गिरफ्तारी का नाटकीय घटनाक्रम
ED को रविवार रात 8:30 बजे सूचना मिली कि छोकर शांगरी-ला होटल के ग्रेप्पा बार में मौजूद हैं। कई महीनों से फरार चल रहे छोकर के खिलाफ गुरुग्राम की विशेष अदालत ने सात गैर-जमानती वारंट (NBWs) जारी किए थे। ED की टीम, जिसमें गुरुग्राम जोन के संयुक्त निदेशक नवनीत अग्रवाल शामिल थे, ने होटल में छापा मारा। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, छोकर ने अपने बॉडीगार्ड के साथ भागने की कोशिश की, लेकिन ED अधिकारियों ने उन्हें होटल के मुख्य गेट के पास पकड़ लिया। इस दौरान छोकर ने अधिकारियों और होटल स्टाफ पर हमला करने की भी कोशिश की।
कानूनी स्थिति और आगे की जांच:
छोकर की गिरफ्तारी से पहले उनके बेटे सिकंदर छोकर को अप्रैल 2023 में गिरफ्तार किया गया था, जो वर्तमान में जमानत पर हैं। हालांकि, अक्टूबर 2024 में सिकंदर को रोहतक के एक अस्पताल के बाहर देखा गया था, जिसके बाद उनके जेल से बाहर रहने पर सवाल उठे थे। ED ने अप्रैल 2024 में सिकंदर और उनकी कंपनियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसे गुरुग्राम की विशेष अदालत ने स्वीकार कर लिया है।
धर्म सिंह छोकर और विकास छोकर के खिलाफ कई NBWs जारी होने के बाद गुरुग्राम की विशेष अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया था। छोकर ने अपनी अग्रिम जमानत याचिका में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से राहत की मांग की थी, लेकिन दोनों ही जगह उनकी याचिका खारिज हो गई थी।
विकास छोकर अभी भी फरार हैं, और ED की जांच जारी है। जांच एजेंसी का कहना है कि इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि महिरा ग्रुप की अन्य कंपनियों और संबद्ध संस्थाओं की भूमिका की जांच की जा रही है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव:
धर्म सिंह छोकर की गिरफ्तारी ने हरियाणा की राजनीति में हलचल मचा दी है। उनके भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ करीबी रिश्तों के कारण कांग्रेस पार्टी पर सवाल उठ रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस गिरफ्तारी को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोग इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे राजनीतिक बदले की कार्रवाई के रूप में देख रहे हैं।
धर्म सिंह छोकर की गिरफ्तारी ED की 'ऑपरेशन धप्पा' का हिस्सा है, जिसके तहत फरार आरोपियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है। यह मामला न केवल रियल एस्टेट क्षेत्र में धोखाधड़ी को उजागर करता है, बल्कि राजनीतिक हस्तियों की जवाबदेही पर भी सवाल उठाता है। ED की कार्रवाई से प्रभावित होमबायर्स को न्याय की उम्मीद जगी है, जो लंबे समय से अपने निवेश और घर के लिए संघर्ष कर रहे हैं।