राज्यमंत्री श्री शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि पुरुषार्थी समाज ने न केवल स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद भगत सिंह जैसे वीर सपूत दिए, बल्कि आजादी के बाद भी देश की अर्थव्यवस्था, शिक्षा और सामाजिक सुधारों में अपनी उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ऐसे समाज के प्रतिभाशाली बच्चों को मंच पर सम्मानित करना प्रेरणास्पद है और इससे नई पीढ़ी को प्रोत्साहन मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर का यह कथन – "जो समाज शिक्षा को अपनाएगा, वही आगे बढ़ेगा", आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है। श्री शर्मा ने पंजाबी बोर्ड के गठन, समाज के लिए कोचिंग सेंटर तथा स्कूल के लिए भूमि आवंटन जैसे मुद्दों पर सकारात्मक प्रयासों का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम में रामगढ़ विधायक श्री सुखवंत सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने पुरुषार्थी समाज की सेवाभावी कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि समाज ने सेवा और सद्भाव के माध्यम से अपनी अलग पहचान स्थापित की है, जिससे अन्य समाजों को भी प्रेरणा मिलती है।
समारोह में जिला पुरुषार्थी समिति अध्यक्ष श्री कुलदीप कालरा ने मुख्य अतिथियों का स्वागत किया। मंच संचालन श्री दिनेश शर्मा एवं श्री सुरेश नागपाल ने किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में समाज के प्रबुद्धजन और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
जनसुनवाई में सुनीं आमजन की समस्याएं, अधिकारियों को दिए त्वरित निराकरण के निर्देश
इससे पूर्व, वन राज्यमंत्री श्री संजय शर्मा ने अपने आवास 201 रघुमार्ग पर जनसुनवाई आयोजित की, जहां उन्होंने पेयजल, विद्युत, सड़क, पुलिस आदि से संबंधित समस्याएं लेकर आए लोगों की पीड़ा को गंभीरता से सुना। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समस्याओं का शीघ्र समाधान कर पीड़ितों को अवगत कराएं, जिससे उनकी संतुष्टि सुनिश्चित हो सके।
श्री शर्मा ने साफ शब्दों में कहा कि जन समस्याओं के निराकरण में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और संबंधित अधिकारी जवाबदेही के साथ कार्य करें।