सूत्रों के अनुसार, ED की टीम ने रोहतक के खारावड़ बाईपास पर स्थित जैन की औद्योगिक इकाई LPS बॉसार्ड, सेक्टर 1 में उनके आवास और भरत कॉलोनी में उनके भाई के घर पर कार्रवाई की। हालांकि, छापेमारी के उद्देश्य और वहां से जब्त की गई सामग्री के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की गई है।
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत नहीं की और कोई आधिकारिक बयान देने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही, स्थानीय पुलिस ने भी इस मामले में कोई जानकारी नहीं होने का दावा किया है।
जिला पुलिस प्रवक्ता सनी लौरा ने कहा, "हमें रोहतक में आज प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई छापेमारी के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है।"
राजेश जैन न केवल क्षेत्र के प्रमुख उद्योगपति हैं, बल्कि समाजसेवा में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस छापेमारी के बाद से स्थानीय व्यापारियों में चिंता का माहौल बना हुआ है, और सभी इस मामले की आगे की जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।