तेलंगाना जाति सर्वे: सामाजिक न्याय की राह में सबक और चुनौतियाँ
तेलंगाना में हाल ही में संपन्न जाति सर्वेक्षण ने सामाजिक न्याय और नीति निर्माण की दिशा में एक नया अध्याय खोला है, लेकिन इसके साथ ही कई विवाद और चुनौतियाँ भी सामने आई हैं। यह सर्वेक्षण, जो कांग्रेस शासित तेलंगाना में पहला व्यापक जाति सर्वे था, न केवल राज्य के लिए बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक मिसाल बन सकता है। हालाँकि, इसके निष्कर्षों और प्रक्रिया पर विपक्षी दलों की आलोचनाओं ने कई सवाल खड़े किए हैं। केंद्र सरकार के हालिया निर्णय, जिसमें आगामी राष्ट्रीय जनगणना में जाति आधारित आंकड़े शामिल करने की घोषणा की गई है, के आलोक में तेलंगाना सर्वेक्षण के सबक और चुनौतियाँ और भी प्रासंगिक हो गए हैं।